10 वर्षीय ब्रिटिश लड़के कृष अरोड़ा ने हाल ही में 162 का IQ प्राप्त करके सुर्खियां बटोरीं, जो अल्बर्ट आइंस्टीन और स्टीफन हॉकिंग के अनुमानित स्कोर से अधिक है, जो लगभग 160 माना जाता है. यह स्कोर कृष को दुनिया भर में सबसे बुद्धिमान लोगों के टॉप 1% में रखता है. मेट्रो के अनुसार, उसे अब मेन्सा में स्वीकार कर लिया गया है, जो ‘एक उत्तेजक, बौद्धिक और सामाजिक समाज’ है और जल्द देश के टॉप स्कूलों में से एक प्रतिष्ठित क्वीन एलिजाबेथ स्कूल को ज्वाइन करने जा रहा है.
गणित में 100% अंक प्राप्त करने वाले कृष ने कहा कि 11-प्लस परीक्षाएं “बहुत आसान थीं.” अब, वह अपने नए स्कूल में शुरू होने का बेसब्री से इंतजार कर रहा है, उम्मीद है कि यह उसकी असाधारण क्षमताओं के लिए अधिक सटिक चुनौती देगा. कृष ने कहा, “प्राइमरी स्कूल बहुत बोरिंग हैं, मैं कुछ भी नहीं सीखता. हम पूरे दिन केवल गुणा करते हैं और वाक्य लिखते हैं. मुझे अलजेब्रा करना पसंद है.”
पश्चिम लंदन के हाउंसलो में रहने वाले कृष न केवल अकादमिक रूप से प्रतिभाशाली हैं, बल्कि संगीत में भी उत्कृष्ट हैं, उन्होंने पियानोवादक के रूप में पुरस्कार जीते हैं. 10 वर्षीय प्रतिभाशाली कृष को केवल छह महीनों में चार ग्रेड पूरा करने के लिए प्रतिष्ठित ट्रिनिटी कॉलेज ऑफ़ म्यूज़िक के “हॉल ऑफ़ फ़ेम” में भी शामिल किया गया है. वर्तमान में उनके पास ग्रेड 7 पियानो सर्टिफिकेशन है, जो उनके असाधारण संगीत कौशल को दर्शाता है.
कृष के प्रभावशाली रिज्यूमे में पश्चिम लंदन में कई संगीत प्रतियोगिताएं जीतना शामिल है, जहां उन्होंने अपने से चार साल बड़े प्रतियोगियों को पछाड़ दिया. इससे भी अधिक प्रभावशाली बात यह है कि वे बिना शीट म्यूजिक की जरूरत के, जटिल इंस्ट्रूमेंट्स को याद रखने क्षमता रखते हैं. उनके माता-पिता ने पुष्टि की है कि वे केवल अपनी असाधारण स्मृति का उपयोग करके पियानो पर पूरे गाने याद कर सकते हैं.
कृष ने कहा, “मैं इन प्रतियोगिताओं में अपना संगीत प्रस्तुत करने से घबराता नहीं हूं क्योंकि मुझे पता है कि मैं कोई गलती नहीं करूंगा.”
अपने खाली समय में, कृष को चुनौतीपूर्ण क्रॉसवर्ड और पहेलियां हल करने में मज़ा आता है. वह लोकप्रिय टीवी शो ‘यंग शेल्डन’ का भी फैन है. हालांकि, उसका असली जुनून शतरंज है. उसके माता-पिता ने उसकी प्रतिभा को पहचानते हुए उसके लिए एक शतरंज टीचर की व्यवस्था की. अब, कृष नियमित रूप से अपने प्रशिक्षक को मात देता है, अपने असाधारण प्रॉब्लम सॉल्विंग स्किल्स का प्रदर्शन करता है.
इस तरह मां ने पहचानी काबिलियत
कृष के माता-पिता, मौली और निश्चल, दोनों इंजीनियरिंग बैकग्राउंड वाले हैं. जब कृष महज 4 साल का था, तभी उसके माता-पिता को अहसास हो गया कि उसके अंदर कुछ असाधारण प्रतिभा है. कृष की मां, जो आईटी में काम करती हैं, ने कहा, “जब वह सिर्फ चार साल का था, तो वह कमाल कर रहा था, वह एक चार साल के बच्चे के लिए बहुत बढ़िया था. वह धाराप्रवाह पढ़ सकता था, उसकी वर्तनी वास्तव में अच्छी थी, और वह हमेशा गणित से प्यार करता था और उसमें अच्छा था. मुझे याद है कि चार साल की उम्र से ठीक पहले, वह मेरे साथ तीन घंटे बैठा और एक पूरी गणित की किताब पूरी कर ली. वह चार साल की उम्र में दशमलव विभाजन कर रहा था. जब वह तीसरे वर्ष में था, तो उसे पूरे वर्ष के पाठ्यक्रम के साथ घर भेज दिया गया – उसने इसे एक दिन में पूरा कर लिया. वह जो भी करता है, उसमें एक्सीलेंस हासिल करना चाहता है.”