ईरान के मिसाइल हमलों के बाद से इजरायल ने भी आक्रामक रवैया अपना लिया है. यहां तक की लेबनान में भी इजरायल के हमले जारी है. इस बीच खबर आ रही है कि इजरायल में एक हाई एल्टीट्यूट वाली एंटी-मिसाइल सिस्टम और अपने अमेरिकी सैन्य दल की तैनाती जाएगी, ताकि ईरानी मिसाइल हमलों से इजरायल को बचाया जा सकें. इस बारे में रविवार को पेंटागन की तरफ से जानकारी दी गई है.
जो बाइडेन ने दिया मदद का आदेश
पेंटागन के प्रेस सचिव पैट राइडर ने एक बयान में कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के निर्देश पर, रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने 13 अप्रैल और फिर 1 अक्टूबर को इजरायल के खिलाफ ईरान के हमलों के बाद इजरायल की हवाई सुरक्षा को मजबूत करने में मदद करने के लिए इजरायल में एक टर्मिनल हाई-एल्टीट्यूड एरिया डिफेंस (THAAD) बैटरी और अमेरिकी सैन्य कर्मियों के संबंधित दल की तैनाती को कहा है.”
ईरान के विदेश मंत्री की भी चेतावनी
ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने पहले चेतावनी दी थी कि देश के लोगों और हितों की रक्षा करने में रेड लाइन नहीं होगी, लेकिन हमारे क्षेत्र में एक व्यापक युद्ध को रोकने के प्रयास जारी रहेंगे. इजरायल ने ईरान के 1 अक्टूबर के मिसाइल हमले का जवाब देने की कसम खाई है, जिसके बारे में तेहरान ने कहा कि यह क्षेत्र में आतंकवादी नेताओं और उसके रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के एक जनरल की हत्या का बदला था.
ईरान के कूटनीतिक प्रयास जारी
इजरायल के संभावित हमले से पहले ईरान के उच्चस्तरीय कूटनीतिक प्रयासों के तहत इराकी अधिकारियों के साथ वार्ता के लिए अराघची रविवार को बगदाद पहुंचे. अपने इराकी समकक्ष के साथ एक संयुक्त समाचार सम्मेलन में, अराघची ने कहा कि ईरान “युद्ध की स्थिति के लिए पूरी तरह से तैयार है … लेकिन हम युद्ध नहीं चाहते, हम शांति चाहते हैं.” उन्होंने कहा कि ईरान “क्षेत्र में तनाव को बढ़ने से रोकने और गाजा और लेबनान में शांति और युद्धविराम के लिए काम करने के लिए” परामर्श जारी रखेगा.
बदले की जिद पर अड़ा इजरायल
इराकी विदेश मंत्री फुआद हुसैन ने कहा कि बगदाद ईरान तक फैलने वाले क्षेत्रीय युद्ध के खिलाफ है. हुसैन ने कहा, “युद्ध की निरंतरता और इस्लामी गणराज्य ईरान की ओर इसका विस्तार और (इज़राइल द्वारा) इराकी हवाई क्षेत्र का गलियारे के रूप में शोषण पूरी तरह से अस्वीकार्य और अस्वीकृत है.”इजरायल के रक्षा मंत्री योआव गैलेंट ने कसम खाई है कि उनके देश की प्रतिक्रिया “घातक, सटीक और आश्चर्यजनक” होगी.
ईरानी मंत्री जाएंगे ओमान
ईरानी ISNA समाचार एजेंसी ने बताया कि बगदाद के बाद, अराघची ओमान जाएंगे. गुरुवार को कतर में अराघची ने गाजा पट्टी और लेबनान में युद्धों पर बातचीत के लिए प्रधान मंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल थानी से मुलाकात की. दोहा गाजा युद्ध विराम के उद्देश्य से वार्ता में मध्यस्थता कर रहा है और उसने लेबनान में भी युद्ध विराम का आह्वान किया है.
एक दिन पहले, अराघची ने सऊदी अरब के वास्तविक शासक क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान और उनके सऊदी समकक्ष, प्रिंस फैसल बिन फरहान से मुलाकात की. तेहरान ने कहा था कि वार्ता का उद्देश्य इजरायली हमलों के तहत फिलिस्तीनियों और लेबनानी लोगों के लिए “बेहतर स्थिति” प्रदान करना था.