“ऊपर-नीचे कूदना शुरू…”: गुरपतवंत सिंह पन्नू की एयर इंडिया वाली धमकी का जयशंकर ने दिया जवाब

Jaishankar Responded To Gurpatwant Singh Pannu: खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू (Gurpatwant Singh Pannu) ने सोमवार को वीडियो जारी कर कहा कि सिख दंगों के 40 साल होने पर 1 से 19 नवंबर के बीच एयर इंडिया (Air India) के विमानों पर आतंकवादी हमला हो सकता है. इसलिए यात्री एयर इंडिया का इस्तेमाल इतने दिनों तक न करें.NDTV वर्ल्ड समिट में पन्नू की इस धमकी के बारे में विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) से जब पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उसकी धमकी के बारे में उन्हें ठीक से जानकारी नहीं है. हालांकि, जयशंकर ने इसके बाद पन्नू और उस जैसे आतंकवादियों को शरण देने वालों देशों को जमकर सुनाया.

बचाने वाले देशों से सवाल

जयशंकर ने कहा कि इस तरह की धमकी पहली बार नहीं आई है. जब हमारी एयरलाइंस पर खतरा देखा है. हमारी संसद पर हमले की धमकी भी दी गई है, हमारे राजनयिकों को धमकियां दी गईं हैं, हमारे उच्चायोग से लेकर हमारे नेताओं को लेकर धमकियां दी जाती रही हैं और यह हमारे लिए चिंता का विषय है.इस तरह की धमकियां बेहद चतुराई के साथ दी जाती हैं और फिर इस पर सवाल उठाने पर फ्रीडम ऑफ स्पीच कह दिया जाता है.मान लीजिए कि यही धमकी आपको दी जाती, मान लीजिए कि यह आपकी एयरलाइन थी, आपके नेता, आपके राजनयिक, आपकी संसद, तो आप इसे कैसे लेंगे? हल्के से तो नहीं, आप ऐसा नहीं करते.

सवालों में विश्वसनीयता

विदेश मंत्री ने आगे कहा कि ये बिल्कुल उसी तरह की समस्याएं हैं, जिनके बारे में हम बोलते हैं.ऐसे कई देश हैं, जो महसूस करते हैं कि आपकी चिंताएं मायने नहीं रखती हैं.अगर उनके साथ ऐसी थोड़ी सी भी बात हो, भले ही वह वैध हो, तो आप जानते हैं कि वे ऊपर-नीचे कूदना शुरू कर देते हैं.जैसा कि हाल में देखने को मिला.इन्हीं जैसे देशों की सरकार 20-25 भारतीय पत्रकारों को यह कहकर टारगेट करती है कि ये पत्रकार सोशल मीडिया पोस्ट कर उनके देश में हस्तक्षेप कर रहे हैं, लेकिन वही सरकार फिर आपको बताती है कि एयरलाइंस के लिए धमकी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का हिस्सा है.मुझे लगता है कि आप खुद से पूछें कि किसकी विश्वसनीयता पर असर पड़ रहा है?

कनाडा में भारतीय कितने सुरक्षित

जयशंकर ने कहा कि मुझे लगता है हमें कनाडा में राजनीति के एक वर्ग से समस्या हो रही है. मुझे नहीं लगता कि वहां रह रहे भारतीय परिवारों को कोई खतरा है.मुझे लगता है कि कनाडा और भारत के लोग आपस में संबंधों को बनाए रखना चाहेंगे. मुझे लगता है कि हमें इसे सीमित करने और इस समस्या को परिभाषित करने की आवश्यकता है ताकि मैं इतना चिंतित न होऊं. 

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