महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा, इसपर असमंजस की स्थिति बनी हुई है. इस बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के एक पोस्ट को लेकर काफी चर्चा हो रही है. सवाल उठ रहा है कि एकनाथ शिंदे के मन में क्या है? क्या वो मुख्यमंत्री बने रहने के लिए दबाव तंत्र का इस्तेमाल कर रहे हैं? हालांकि X पर पोस्ट करते हुए उन्होंने अपने समर्थकों से वर्षा बंगले पर एकसाथ जमा नहीं होने की अपील की है. उन्होंने पोस्ट करते हुए लिखा महायुति की बड़ी जीत के बाद राज्य में एक बार फिर हमारी सरकार बनेगी. महागठबंधन के तौर पर हमने साथ मिलकर चुनाव लड़ा और आज भी साथ हैं.
उन्होंने लिखा मेरे प्रति प्रेम के कारण, कुछ मंडलियों ने सभी से एक साथ इकट्ठा होने और मुंबई आने की अपील की है. मैं आपके प्यार के लिए बहुत आभारी हूं. लेकिन मैं अपील करता हूं कि कोई भी इस तरह से मेरे समर्थन में एकजुट न हो.
महायुतीच्या प्रचंड विजयानंतर राज्यात पुन्हा एकदा आपले सरकार स्थापन होणार आहे. महायुती म्हणून आपण एकत्रित निवडणूक लढवली आणि आजही एकत्रच आहोत. माझ्यावरील प्रेमापोटी काही मंडळींनी सर्वांना एकत्र जमण्याचे, मुंबईत येण्याचे आवाहन केले आहे. तुमच्या या प्रेमासाठी मी अत्यंत मनापासून ऋणी…
— Eknath Shinde – एकनाथ शिंदे (@mieknathshinde) November 25, 2024
उन्होंने आगे लिखा एक बार फिर मेरा विनम्र अनुरोध है कि शिवसेना कार्यकर्ता वर्षा निवास या कहीं और इकट्ठा न हों. मजबूत और समृद्ध महाराष्ट्र के लिए महागठबंधन मजबूत रहा है और रहेगा.
महायुति ने जीती हैं 230 सीटें
एकनाथ शिंदे नीत शिवसेना, भाजपा और अजित पवार के नेतृत्व वाली राकांपा के ‘महायुति’ गठबंधन ने हाल में संपन्न महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में 288 में से 230 सीट जीतकर सत्ता बरकरार रखी, जबकि विपक्षी महाविकास आघाड़ी (एमवीए) को सिर्फ 46 सीट मिलीं.
इसी बीच फडणवीस के तीसरी बार मुख्यमंत्री बनने की चर्चा के बीच, शिवसेना के विभिन्न नेताओं ने बयान दिया कि शिंदे को पद पर बने रहना चाहिए, क्योंकि मुख्यमंत्री के रूप में भारी जीत उनके नेतृत्व में ही मिली है. सूत्रों के मुताबिक शिंदे और अजित पवार को डिप्टी सीएम के पद देने की पेशकश करेगी. दोनों को कौन कौन से मंत्रालय दिए जाएं, इसपर चर्चा चल रही है
आज इस्पीफा दे सकते हैं शिंदे
आपको बात दें कि आज वर्तमान महाराष्ट्र विधानसभा का आखिरी दिन है. इसलिए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे राज्यपाल से मिलकर इस्तीफा दे सकते हैं. अभी तक मुख्यमंत्री के नाम को लकेर महायुति में फैसला नहीं हुआ है, इसलिए अगले कुछ दिन तक राज्यपाल उन्हें कार्यवाहक मुख्यमंत्री रहने दे सकते हैं. बीजेपी सूत्रों की माने तो मुख्यमंत्री पद का नाम तय होने और शपथ विधि में अभी कुछ दिन और लग सकता है. बहुत संभव है कि 29- 30 नवंबर फैसला और शपथ विधि हो सकती .