हरियाणा विधानसभा चुनाव (Haryana Assembly Elections) के परिणाम आ गए हैं. तमाम अनुमानों को दरकिनार कर भाजपा (BJP) ने लगातार तीसरी बार राज्य की सत्ता पर अपना कब्जा बरकरार रखा है. चुनाव परिणाम के बाद जीतने वाले उम्मीदवार जश्न मना रहे हैं तो हारने वाले निराश हैं. हालांकि हर चुनाव की तरह यहां भी कुछ उम्मीदवार ऐसे हैं, जिन्होंने चुनाव जीतने के लिए काफी मेहनत की लेकिन बेहद नजदीकी मुकाबले में हार का मुंह देखना पड़ा है. साथ ही जो जीते हैं उनकी खुशी का कोई ठिकाना नहीं है.
हरियाणा विधानसभा चुनाव में भाजपा ने एक बार फिर सत्ता में वापसी की है. इस धमाकेदार वापसी के साथ पार्टी ने कई रिकॉर्ड बनाए हैं. इस चुनाव में सबसे कम वोटों से जीतने का रिकॉर्ड भी पार्टी के नाम है. हरियाणा की हॉट सीट उचाना कलां से पार्टी उम्मीदवार ने महज 32 वोटों से जीत दर्ज की है. वहीं नजदीकी मुकाबले में डूबने वाली चुनावी कश्ती कांग्रेस उम्मीदवार की है.
पांचवें नंबर पर रहे दुष्यंत चौटाला
हरियाणा की हॉट सीट मानी जा रही उचाना कलां में मुकाबला बेहद दिलचस्प रहा. यहां पर दिग्गज नेताओं पूर्व उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला और बृजेंद्र सिंह को हार झेलनी पड़ी है. दुष्यंत चौटाला यहां पर पांचवे स्थान पर रहे और उनकी जमानत जब्त हो गई. उचाना कलां से देवेंद्र अत्रि ने जीत दर्ज की है और उन्होंने कांग्रेस के दिग्गज नेता बृजेंद्र सिंह को 32 वोटों से हराया है.
इसके साथ ही सबसे नजदीकी मुकाबले वाली दूसरी सीट डबवाली है, जहां पर इंडियन नेशनल लोकदल के आदित्य देवीलाल ने कांग्रेस के अमित सिहाग को 610 वोटों से शिकस्त दी है. इसके साथ ही लुहारू से राजबीर फरटिया ने अपने निकटम प्रतिद्वंद्वी भाजपा के जयप्रकाश दलाल को नजदीकी मुकाबले में 792 वोटों से हरा दिया.
तीन सीटों पर हार-जीत का अंतर 1000 मतों से कम
इस चुनाव में पांच सीटें ऐसी हैं, जहां एक फीसदी वोट से भी कम के अंतर से जीत-हार तय हुई है. इनमें उचाना कलां, डबवाली, लुहारू, आदमपुर और सधोरा की सीट है. इनमें से तीन सीटों पर एक हजार वोटों के अंतर से भी कम के मतों से हार-जीत तय हुई है.