प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कुवैत के दो दिवसीय सफल दौरे के बाद नई दिल्ली (भारत) लौट आए हैं. अब सवाल है कि कुवैत से पीएम मोदी क्या लेकर आए? पीएम मोदी की कुवैत यात्रा से भारत को क्या हुआ हासिल? इस यात्रा के दौरान दोनों देशों ने अपनी रणनीतिक साझेदारी को मजबूत किया और द्विपक्षीय सहयोग एवं विकास के एक नए युग की शुरुआत की है. पीएम मोदी शनिवार को दो दिवसीय यात्रा पर कुवैत पहुंचे थे. यह 43 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की इस खाड़ी देश की पहली यात्रा थी. पीएम मोदी को कुवैत दौरे के दूसरे दिन वहां के सर्वोच्च सम्मान ‘ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर’ से भी सम्मानित किया गया. प्रधानमंत्री से पहले यह सम्मान बिल क्लिंटन, प्रिंस चार्ल्स और जॉर्ज बुश को दिया जा चुका है. पीएम मोदी की ऐतिहासिक दो दिवसीय यात्रा के दौरान भारत और कुवैत ने संबंधों को ‘रणनीतिक साझेदारी’ तक बढ़ाने पर सहमति जताई और रविवार को रक्षा क्षेत्र में द्विपक्षीय सहयोग को नियमित बनाने के लिए एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए.
ऊर्जा सहयोग को बढ़ाने के लिए दोनों देश तैयार
भारत और कुवैत ने रविवार को अपने संबंधों को रणनीतिक साझेदारी के स्तर तक बढ़ाया और रक्षा सहयोग के लिए एक अहम समझौते पर हस्ताक्षर किए तथा एक महत्वाकांक्षी निवेश संधि को जल्द ही अंतिम रूप देने का संकल्प लिया. यह समझौता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की खाड़ी देश के अमीर शेख मेशाल अल-अहमद अल-जबर अल-सबा और अन्य शीर्ष नेताओं के साथ व्यापक वार्ता के बाद हुआ. भारत और कुवैत के संयुक्त बयान के अनुसार, दोनों पक्षों ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे द्विपक्षीय निवेश संधि पर हो रही बातचीत को तेजी से पूरा करें. ऊर्जा सहयोग को बढ़ाने के लिए दोनों पक्षों ने तेल और गैस की खोज और उत्पादन, रिफाइनिंग और इंजीनियरिंग सेवाओं तथा पेट्रोकेमिकल उद्योगों के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के लिए दोनों देशों की कंपनियों को समर्थन देने की इच्छा व्यक्त की. ऊर्जा सहयोग को बढ़ाने के उद्देश्य से दोनों पक्षों ने इस बात पर जोर दिया कि वे अपने-अपने देशों की कंपनियों को तेल और गैस के अन्वेषण तथा उत्पादन, रिफाइनिंग, इंजीनियरिंग सेवाओं, और ‘पेट्रोकेमिकल’ उद्योगों में सहयोग बढ़ाने के लिए समर्थन प्रदान करेंगे.
भारत और कुवैत के बीच बढ़ेगा व्यापार
भारत-कुवैत के बीच हुए ये समझौते
रक्षा पर सझौता ज्ञापन (एमओयू) सहित कुल चार समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए. अन्य समझौतों में खेल, संस्कृति और सौर ऊर्जा के क्षेत्रों में सहयोग शामिल है. विदेश मंत्रालय में सचिव (प्रवासी भारतीय मामले) अरुण कुमार चटर्जी ने संवाददाताओं से कहा कि रक्षा संबंधी समझौता ज्ञापन (एमओयू) रक्षा उद्योग, रक्षा उपकरणों की आपूर्ति, संयुक्त अभ्यास, प्रशिक्षण, कर्मियों और विशेषज्ञों की सेवा के आदान-प्रदान और अनुसंधान एवं विकास के क्षत्र में तालमेल स्थापित करने से जुड़े क्षेत्रों में सहयोग प्रदान करेगा. संयुक्त बयान में कहा गया कि रक्षा समझौते से तटीय रक्षा, समुद्री सुरक्षा तथा रक्षा उपकरणों के संयुक्त विकास एवं उत्पादन में सहयोग को बढ़ावा मिलेगा. बयान में कहा गया कि वार्ता में दोनों पक्षों ने सीमापार आतंकवाद सहित सभी प्रकार के आतंकवाद की स्पष्ट रूप से निंदा की तथा आतंकवाद का वित्तपोषण करने वालों और सुरक्षित पनाहगाहों को नष्ट करने का आह्वान किया. दोनों पक्षों ने आतंकवाद-रोधी सहयोग बढ़ाने, सूचना एवं खुफिया जानकारी साझा करने तथा सर्वोत्तम प्रथाओं एवं प्रौद्योगिकियों का आदान-प्रदान करने पर भी सहमति व्यक्त की. विदेश मंत्रालय के अनुसार, दोनों प्रधानमंत्रियों ने प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता में व्यापार, निवेश, ऊर्जा, रक्षा, सुरक्षा, स्वास्थ्य, शिक्षा, प्रौद्योगिकी और दोनों देशों की जनता के बीच संबंधों सहित विभिन्न क्षेत्रों में रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने के लिए एक रोडमैप पर चर्चा की.
PM मोदी ने कहा- द्विपक्षीय संबंधों को मजबूती मिलेगी
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर जारी एक पोस्ट में कुवैती समकक्ष के साथ अपनी वार्ता को ‘लाभदायक’ बताया. उन्होंने कहा, ‘हमारी बातचीत में भारत-कुवैत संबंधों के पूर्ण आयाम पर चर्चा हुई, जिसमें व्यापार, वाणिज्य, दोनों देशों की जनता के स्तर पर संबंध आदि शामिल थे. महत्वपूर्ण सहमति पत्रों और समझौतों का भी आदान-प्रदान हुआ, जिससे द्विपक्षीय संबंधों को मजबूती मिलेगी.’ प्रधानमंत्री मोदी ने कुवैती निवेश प्राधिकरण और अन्य हितधारकों के एक प्रतिनिधिमंडल को ऊर्जा, रक्षा, चिकित्सा उपकरण, फार्मा और खाद्य पार्क आदि क्षेत्रों में नए अवसरों की तलाश के लिए भारत आने का निमंत्रण भी दिया.
أجريت مناقشات مثمرة مع سمو الشيخ أحمد عبد الله الأحمد الصباح، رئيس وزراء الكويت. تناولت محادثاتنا كامل نطاق العلاقات بين الهند والكويت، بما في ذلك التجارة والعلاقات بين الشعبين والمزيد. كما تم تبادل مذكرات التفاهم والاتفاقيات المهمة، مما سيعزز العلاقات الثنائية. pic.twitter.com/7Wt1Cha7Hu
— Narendra Modi (@narendramodi) December 22, 2024
PM मोदी ने 10 लाख भारतीयों के लिए अमीर को कहा- धन्यवाद
पीएम मोदी ने अमीर के अलावा समग्र द्विपक्षीय संबंधों को नयी गति देने पर ध्यान केंद्रित करते हुए कुवैती प्रधानमंत्री अहमद अब्दुल्ला अल-अहमद अल-सबा और युवराज (क्राउन प्रिंस) सबा अल-खालिद अल-हमद अल-मुबारक अल-सबा के साथ व्यापक बातचीत की. बैठकों में, भारतीय पक्ष ने खाड़ी सहयोग परिषद (जीसीसी) की कुवैत की अध्यक्षता के माध्यम से प्रभावशाली समूह के साथ अपने सहयोग को तेज करने में भी गहरी रुचि दिखाई. पीएम मोदी और अमीर ने बायन पैलेस में हुई अपनी चर्चा में सूचना प्रौद्योगिकी, औषधि, फिनटेक, बुनियादी ढांचे और सुरक्षा क्षेत्र में संबंधों को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित किया. पीएम मोदी ने कुवैत में दस लाख से अधिक भारतीयों का कल्याण सुनिश्चित करने के लिए अमीर को धन्यवाद दिया, जबकि कुवैती नेता ने खाड़ी देश की विकास यात्रा में समुदाय के योगदान की सराहना की. मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘कुवैत के महामहिम अमीर शेख मेशाल अल-अहमद अल-जबर अल सबा के साथ शानदार बैठक हुई. हमने औषधि, आईटी, सेहत, बुनियादी ढांचे और सुरक्षा जैसे प्रमुख क्षेत्रों में सहयोग पर चर्चा की.’ उन्होंने कहा, ‘हमारे देशों के बीच घनिष्ठ संबंधों के अनुरूप, हमने अपनी साझेदारी को रणनीतिक स्तर तक बढ़ाया है और मुझे आशा है कि आने वाले समय में हमारी मित्रता और भी अधिक प्रगाढ़ होगी.’
पीएम मोदी को ‘ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कुवैत दौरे के दूसरे दिन सर्वोच्च सम्मान ‘ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर’ से सम्मानित किया गया. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने पीएम मोदी को कुवैत के सर्वोच्च सम्मान से सम्मानित किए जाने पर बधाई दी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुवैत के अमीर शेख मेशल अल-अहमद अल-जबर अल-सबा से यह सम्मान हासिल किया है. ‘ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर’ कुवैत का एक नाइटहुड सम्मान है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, यह सम्मान मित्रता के प्रतीक के तौर पर राष्ट्राध्यक्षों और विदेशी शाही परिवारों के सदस्यों को दिया जाता है. पीएम नरेंद्र मोदी से पहले यह सम्मान बिल क्लिंटन, प्रिंस चार्ल्स और जॉर्ज बुश को दिया जा चुका है.
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