क्या मैं खाली पेट कद्दू के बीज खा सकता हूं? अगर आपको भी हमेशा यह डाउट रहता है तो चलिए जानते हैं एक्सपर्ट क्या कहते हैं

Nutritional Values of Pumpkin seeds : नट्स और सीड्स में कई तरह के पोषक तत्वों की भरमार होती है, जो सेहत (Health) के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं. विभिन्न प्रकार के सीड्स में पंपकिन सीड्स (Pumpkin seeds) यानी कद्दू के बीज भी शामिल है. कद्दू एक प्रकार की सब्जी है जिसे पूरे भारत में खाया जाता है. कद्दू के साथ साथ इनके बीज भी बहुत गुणकारी होते हैं. कद्दू के बीजों में प्रोटीन, विटामिन और मिनरल्स होते हैं और ये कई तरह की बीमारियों से बचाव करते हैं. एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होने के कारण कद्दू के बीज सूजन से बचाव भी करते हैं. आइए जानते हैं अगर हम 30 ग्राम कद्दू के बीज हर दिन डाइट में शामिल करे तो सेहत को क्या-क्या फायदा (Benefits of Pumpkin seeds) हो सकता है…..

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30 ग्राम कद्दू के बीज की न्यूट्रीएंट प्रोफाइल

कैलोरी 170

फैट 14 ग्राम

संतृप्त वसा 4 ग्राम

ट्रांस वसा

कोलेस्ट्रॉल 0

सोडियम 2 मिलीग्राम

कार्ब्स 8 ग्राम

फाइबर 3 ग्राम

चीनी 0

प्रोटीन 9 ग्राम

कैल्शियम 6 मिलीग्राम

आयरन 1 मिलीग्राम

Photo Credit: Pixabay

कद्दू के बीज डाइट में शामिल करने के फायदे  (Benefits of Pumpkin seeds)

बीपी पर कंट्रोल

कद्दू के बीज में मौजूद मैग्नीशियम बीपी को कंट्रोल में रखने में मदद करता है. मैग्नीशियम से भरपूर डाइट लेने से दिल से संबंधित बीमारियों का खतरा कम होता है. रोजाना एक मुट्‌ठी कद्दू के बीज खाने से दिल को हेल्दी रखने में मदद मिल सकती है.

नींद लाने में मददगार

जिन लोगों को नींद नहीं आने की परेशानी होती है उन्हें रात में सोने के पहले कद्दू के बीज खाने से फायदा हो सकता है. कद्दू के बीज में मौजूद अमीनो एसिड ट्रिप्टोफैन नींद की क्वालिटी बेहतर करने में मदद करता है. इसके साथ ही कद्दू के बीज में मिलने वाले जिंक, कॉपर और सेलेनियम भी अच्छी नींद के लिए फायदेमंद होते हैं.

सूजन पर कंट्रोल

एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होने के कारण कद्दू के बीज बॉडी से विभिन्न कारणों से होने वाले सूजन को भी कम करने में मदद करते हैं. फाइबर से भरपूर होने के कारण यह कई तरह की क्रॉनिक बीमारियों के उपचार में मदद करते हैं.

वेट पर कंट्रोल

कद्दू के बीजों को डाइट में शामिल करने से लंबे समय तक फुलनेस का अनुभव होता है जिससे ओवर इटिंग से बचने में मदद मिलती है और वेट बढ़ने का खतरा कम होता है. फाइबर की भरपूर मात्रा के कारण कद्दू के बीच डाइजेशन सिस्टम को भी बेहतर रखते हैं.

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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