लेबनान में पेजर विस्फोट से हिजबुल्ला हिल गया है. पेजर को लेकर सोशल मीडिया पर कई तरह के सवाल पूछे जा रहे हैं. पेजर, जिसे बीपर या ब्लीपर के रूप में भी जाना जाता है. यह वायरलेस दूरसंचार उपकरण है. हिजबुल्ला के सदस्य संचार के लिए पेज का उपयोग कर रहे थे. लेकिन यह उनके लिए भारी पड़ गया. अब सवाल है कि पेजर की खोज किसने की और इसका निर्माण सबसे पहले कहां हुआ. इसको लेकर सोशल मीडिया पर कई पोस्ट वायरल हो रही है.
लेबनान में चौंकाने वाले हमले ने पेजर्स को फिर से चर्चा में ला दिया है. करीब एक दशक पहले जब मोबाइल फोन लोकप्रिय हो गया तो पेजर का उपयोग कम या खत्म हो गया. इम्तियाज महमूद नाम के एक एक्स यूजर ने लिखा, “पेजर का आविष्कार 1949 में यहूदी इंजीनियर अल ग्रॉस ने किया था.”
इस पोस्ट में सोशल मीडिया पर तहलका मचा दिया है. पेजर विस्फोट के बाद सोशल मीडिया पर यहूदियों को जश्न मनाते हुए देखा जा रहा है. टेलीफोन पेजर सिस्टम का पेटेंट 1949 में अल्फ्रेड जे ग्रॉस द्वारा किया गया था. 1950 में न्यूयॉर्क शहर क्षेत्र में चिकित्सकों के लिए पेजर सेवा शुरू की गई थी.
ऐसा कहा जा रहा है कि हिज़्बुल्लाह के लड़ाके लोकेशन ट्रैकिंग से बचने के लिए पेजर का उपयोग करते हैं. विस्फोट के बाद सोशल मीडिया पर रिएक्शन की बाढ़ आ गई है.
इजराइल पर विस्फोट का आरोप
लेबनान के सुरक्षा एजेंसी और सूत्रों ने रॉयटर्स को बताया कि इजराइल की खुफिया एजेंसी मोसाद कई महीनों पहले लेबनानी समूह हिजबुल्लाह द्वारा ऑर्डर किए गए 5000 ताइवान निर्मित पेजर के अंदर विस्फोटक रखे थे. हिजबुल्लाह ने इजराइल के खिलाफ कार्रवाई करने की कसम खाई है. हिजबुल्लाह को ईरान का समर्थन है. हालांकि, इस मामले पर इजराइल अभी टिप्पनी करने ने इजराइल ने इनकार कर दिया है.