लेबनान के एक सुरक्षा सूत्र ने शनिवार को रॉयटर्स को बताया कि हिजबुल्लाह नेता सैयद हसन नसरल्लाह के संभावित उत्तराधिकारी शुक्रवार से ही संपर्क से बाहर हैं, ऐसा बताया जा रहा है कि इजरायली हवाई हमले में उन्हें निशाना बनाया गया. ईरान द्वारा समर्थित लेबनानी समूह के खिलाफ अपने अभियान में इजरायल ने गुरुवार देर रात बेरूत के दक्षिणी उपनगर में एक बड़ा हमला किया था, जिसमें भूमिगत बंकर में हाशेम सफीउद्दीन को निशाना बनाया गया है. वहीं शनिवार को इजरायल ने बेरूत के जीयेह में भी हमला किया, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई. आपको 10 प्वॉइंट्स में बताते हैं सारे बड़े अपडेट्स –
स्थानीय मीडिया के अनुसार, बेरूत से 30 किलोमीटर दक्षिण में स्थित समुद्र तटीय शहर जियेह में एक आवासीय इमारत को निशाना बनाकर किए गए इजरायली हवाई हमले में दो लोग मारे गए और कई अन्य घायल हो गए हैं.शनिवार शाम को यह हवाई हमला नबी यूनुस पड़ोस में एक तीन मंजिला इमारत पर हुआ, और विस्फोट की आवाज़ बेरूत के अधिकांश हिस्सों और लेबनान के दक्षिणी प्रांत की राजधानी सिडोन में सुनाई दी. स्थानीय टीवी चैनल एमटीवी के हवाले से समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने बताया कि मलबा हटाने के लिए सिविल डिफेंस टीमों को घटनास्थल पर भेजा गया, जबकि एंबुलेंस ने घायलों को अस्पताल पहुंचाया.वहीं हिजबुल्लाह ने अपने वरिष्ठ नेता और समूह की कार्यकारी परिषद के अध्यक्ष सफीउद्दीन से संपर्क खो दिया है, जो संगठन के बहुत उच्च पद पर हैं. अल जज़ीरा के मुताबिक वह पूर्व महासचिव दिवंगत नसरल्लाह के चचेरे भाई हैं. लेबनानी और हिजबुल्लाह अधिकारियों ने शुक्रवार की सुबह हुए हमले के बाद शवों को निकालने के लिए बचाव दलों को क्षेत्र में जाने की अनुमति देने की “जल्दबाजी” दिखाई थी. अल जजीरा के मुताबिक हिजबुल्लाह के अधिकांश कमांडर “लोगों की नजरों में आने से बचते” हैं, और सफीउद्दीन का नाम तभी सामने आया जब कई लोगों का मानना था कि वह संभवतः हिजबुल्लाह के महासचिव के रूप में नसरल्लाह की जगह लेंगे, जो पिछले महीने इजरायली हवाई हमले में मारे गए थे. हालांकि, सफीउद्दीन से संपर्क टूट जाने के बाद माना जा रहा है कि उनकी भी हत्या हो गई है और ऐसे में संगठन में उत्तराधिकारी का मुद्दा सवालों में आ गया है. लेकिन हिज्बुल्लाह के मीडिया कार्यालय ने एक बयान जारी करते हुए इन सभी रिपोर्टों को अफवाह बताया है. शुक्रवार को रॉयटर्स ने बताया कि इजरायली लेफ्टिनेंट कर्नल नदाव शोशानी ने कहा कि सेना अभी भी हवाई हमले के बाद की स्थिति का आकलन कर रही है, जिसकी उन्होंने पुष्टि की कि यह हमला हिजबुल्लाह के खुफिया मुख्यालय को निशाना बनाकर किया गया था.बता दें कि इजराइल ने दो हफ्ते पहले लेबनान में बमबारी अभियान शुरू किया था, क्योंकि एक साल तक सीमा पार से होने वाली गोलीबारी के बाद इसने अपना ध्यान उत्तरी सीमा पर केंद्रित कर लिया था, जिसके कारण हजारों नागरिकों को सीमा के दोनों ओर से भागना पड़ा था. इजरायल का लक्ष्य अपने नागरिकों की उत्तरी इजरायल में उनके घरों में सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करना है, क्योंकि वह हिजबुल्लाह के ठिकानों पर बमबारी कर रहा है.लेबनान मिनिस्ट्री ऑफ पब्लिक हेल्थ के मुताबिक इजरायल द्वारा की गई बमबारी में अब तक 2000 से अधिक लोगों की मौत हो गई है जबकि 1 मिलियन से अधिक लोगों को अपना घर छोड़कर जाना पड़ा है. बता दें कि इजरायल ने बेरूत के दहियेह में शुक्रवार रात को बमबारी की थी. दहियेह बेरूत का एक अधिक आबादी वाला क्षेत्र है और यहां पर हिज्बुल्लाह की पकड़ भी काफी मजबूत है. इसके बाद शनिवार सुबह दहियेह में धुआं-धुआं ही नजर आ रहा था. इस वजह से लोगों को शनिवार को बेरूत के दूसरे हिस्सों या फिर लेबनान के अन्य हिस्सों में जाते हुए देखा गया था. यह हिंसा ऐसे समय में हुई है जब 7 अक्टूबर 2023 को दक्षिणी इजरायल पर हमास के हमले को एक साल होने जा रहा है, जिसमें इजरायली आंकड़ों के अनुसार 1,200 लोग मारे गए थे और लगभग 250 लोगों को बंधक बना लिया गया था.