फिल्म निर्माता महमूद फारूकी का भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) बंबई में प्रस्तावित किस्सागोई के कार्यक्रम को छात्रों के एक वर्ग द्वारा विरोध किए जाने के बाद शनिवार को रद्द कर दिया गया. छात्रों की दलील थी कि इससे यौन उत्पीड़न के पीड़ितों का अपमान होगा.
लेखक, कलाकार और निर्देशक फारूकी को यौन उत्पीड़न के एक मामले में सुनवाई अदालत ने दोषी ठहराया था, लेकिन बाद में उच्च न्यायालय ने उन्हें बरी कर दिया था. उन्हें आईआईटी-बंबई के ‘इजहार’ महोत्सव में महाभारत के कर्ण के जीवन पर आधारित ‘दास्तान-ए-कर्ण अज महाभारत’ नाटक प्रस्तुत करना था.
आईआईटी-बंबई के अधिकारी से संपर्क करने पर उन्होंने कार्यक्रम रद्द किए जाने की पुष्टि की. ‘आईआईटी-बंबई फॉर भारत’ नामक छात्र संगठन ने एक पत्र में कहा कि संस्थान में फारूकी की मेजबानी करना यौन उत्पीड़न के पीड़ितों का सीधा अपमान होगा.