झारखंड : अब 18 साल की उम्र में बेटियों को मिलेगा मंईयां सम्मान योजना का लाभ, 48 लाख कर चुकीं आवेदन

झारखंड (Jharkhand) सरकार की ‘झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना’ के लिए उम्र सीमा घटाकर 18 साल कर दी गई है. रांची में मंईयां सम्मान योजना’ कार्यक्रम में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) ने ये बड़ी घोषणा की. फिलहाल 21 वर्ष से 50 साल की महिलाओं को इस योजना का लाभ मिल रहा था. नामकुम के आर्मी ग्राउंड में मंईयां सम्मान योजना कार्यक्रम के लिए जमा महिलाओं की खुशी का ठिकाना नहीं रहा जब मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ऐलान किया कि इस योजना के लिए उम्र सीमा 21 से घटाकर 18 वर्ष की जाएगी. 

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बुधवार को रांची,खूंटी,लोहरदगा,सिमडेगा और गुमला जिलों की महिलाओं को मंईयां सम्मान योजना का तोहफा दिया है. अन्य 19 जिलों की महिलाओं के खाते में एक-एक हजार रुपए भेजे जा चुके हैं. इस योजना के तहत सालाना 12 हजार रुपए महिलाओं को दिए जा रहे हैं.

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने खुशी जाहिर की है कि महज एक महीने में इस योजना को लेकर बड़ी सफलता हासिल की गई है. करीब 48 लाख महिलाओं ने इसके लिए आवेदन दिया और करीब 45 लाख महिलाओं का आवेदन मंजूर हो गए हैं. 
उन्होंने कहा कि महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए सरकार हर कदम उठा रही है.आगे भी सरकार उनके हित में कार्य करती रहेगी. 

झारखण्ड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना (JMMSY) के अंतर्गत अब 18-20 वर्ष की बेटी-बहनों को भी योजना से जोड़ा जाएगा।
सरकार आपके द्वार कार्यक्रम में इन सभी बेटियों और बहनों का फॉर्म भरवाया जाएगा। और शीघ्र कानून बनते ही उन लाखों बेटियों और बहनों के खाते में भी सम्मान राशि दी जाएगी।… pic.twitter.com/LKUdMm2cDe

— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) September 4, 2024

सीएम हेमंत ने विपक्ष पर साधा निशाना
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस कार्यक्रम के दौरान विपक्ष पर भी जमकर हमला बोला. मुख्यमंत्री ने कहा की बीजेपी को साम्प्रदायिक तनाव फैलाने में महारथ हासिल है. उन्होंने इशारों ही इशारो में असम के मुख्यमंत्री हिमंता विश्व सरमा को आड़े हाथों लेते हुए कहा की असम के नेता आते है वो साम्प्रदायिक तनाव फैलाने में माहिर हैं, असम से ही बांग्लादेशी घुसते हैं. वो क्यों नही रास्ता बंद कर देते हैं. इस कार्यक्रम में बोलते हुए हेमंत सोरेन ने कहा बीजेपी मीठा बोलती है लेकिन वो मीठा नहीं, जहर है.

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने प्रमंडलवार कार्यक्रम का आयोजन कर बहनों को तोहफा देने की शुरुआत की थी. राज्य के पांचों प्रमंडलों में समारोह के साथ आज मंईयां सम्मान योजना कार्यक्रम का समापन हो गया. 

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