दिल्ली से बस्तर तक, भारत कड़ी सुरक्षा के बीच 78वां स्वतंत्रता दिवस मनाएगा

स्वतंत्रता दिवस से पहले पूरे देश में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है. दिल्ली में 10,000 से अधिक पुलिसकर्मी और स्नाइपर तैनात किए गए हैं तथा छत्तीसगढ़ के माओवाद प्रभावित बस्तर क्षेत्र के 13 गांवों में सुरक्षा शिविर स्थापित किए गए हैं, जहां बृहस्पतिवार को पहली बार तिरंगा फहराया जाएगा.

पुलिसकर्मियों ने बुधवार को पंजाब में विभिन्न स्थानों पर वाहनों की जांच की और ‘फ्लैग मार्च’ किया, जबकि केंद्रीय सुरक्षा बलों ने त्रिपुरा में कड़ी निगरानी रखी.

दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लगातार 11वें साल लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे. इसके मद्देनजर 10,000 से अधिक पुलिसकर्मियों और 3,000 यातायात पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है. अधिकारियों के अनुसार, बुधवार को वीवीआईपी इलाकों में ‘मॉक ड्रिल’ की गई.

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि प्रधानमंत्री और अन्य गणमान्य अतिथियों की सुरक्षा के लिए रणनीतिक स्थानों पर स्नाइपर, विशिष्ट स्वाट कमांडो, पतंग पकड़ने वाले और शार्पशूटर तैनात किए जाएंगे. इसके अतिरिक्त, मध्य और नयी दिल्ली जिलों में चेहरे की पहचान करने वाले एआई-आधारित 700 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं.

पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘हरियाणा-दिल्ली और उत्तर प्रदेश-दिल्ली से राष्ट्रीय राजधानी की सभी सीमाएं बुधवार रात 11.30 बजे के बाद वाणिज्यिक एवं भारी वाहनों के प्रवेश के लिए सील कर दी जाएंगी. राष्ट्रीय राजधानी में प्रवेश करने वाले वाहनों की उचित जांच की जाएगी.”

नयी दिल्ली के पुलिस उपायुक्त देवेश कुमार महला ने कहा, ‘‘हमने कनॉट प्लेस और संसद मार्ग पर मॉक ड्रिल की, क्योंकि नयी दिल्ली को वीवीआईपी क्षेत्र माना जाता है. हमने कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किए हैं.”

अधिकारियों ने बताया कि इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय (आईजीआई) हवाई अड्डे, रेलवे स्टेशनों, बस स्टैंड, मॉल, मेट्रो स्टेशनों और बाजारों सहित विभिन्न स्थानों पर अतिरिक्त पुलिस दल और अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है.

दिल्ली यातायात पुलिस ने स्वतंत्रता दिवस से पहले यातायात परामर्श जारी किया है और मुख्य समारोह में आमंत्रित लोगों की सुविधा और सुरक्षा कारणों से बृहस्पतिवार को लाल किले के आसपास के क्षेत्र में आवाजाही पर कुछ प्रतिबंध लगाए गए हैं.

पुलिस ने एक अगस्त को शहर में पैराग्लाइडर, यूएवी, हॉट एयर बैलून और छोटे आकार के विमान जैसे हवाई उपकरणों को उड़ाने पर प्रतिबंध लगा दिया था. परामर्श में इसे फिर से दोहराया गया जो बृहस्पतिवार तक लागू रहेगा.

अधिकारियों ने बताया कि पंजाब और हरियाणा में उन स्थानों पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है जहां राज्यपाल, मुख्यमंत्री और मंत्री स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे.

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान जालंधर में एक समारोह में तिरंगा फहराएंगे, जबकि हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी कुरुक्षेत्र में राष्ट्र ध्वज फहराएंगे.

अधिकारियों ने बताया कि विभिन्न जिलों में पर्याप्त संख्या में सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं. पुलिसकर्मियों ने मोहाली-चंडीगढ़ सीमा सहित कई स्थानों पर वाहनों की जांच की.

पंजाब पुलिस ने पठानकोट में ‘फ्लैग मार्च’ किया और खाली पड़ी इमारतों की तलाशी ली. पठानकोट के पुलिस अधीक्षक गुरबाज सिंह ने बताया कि विशेष अभियान चलाया गया, जिसके तहत जिले और आसपास के इलाकों में जर्जर इमारतों की तलाशी ली गई.

छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बस्तर क्षेत्र के 13 गांवों में बृहस्पतिवार को पहली बार राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाएगा.

बस्तर क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी. ने बताया कि बृहस्पतिवार को नेरलीघाट (दंतेवाड़ा जिला), पानीडोबीर (कांकेर), गुंडम, पुतकेल और छुटवाही (बीजापुर), कस्तूरमेटा, मसपुर, इराकभट्टी और मोहंदी (नारायणपुर), टेकलगुडेम, पुवर्ती, लाखापाल और पुलनपाड़ (सुकमा) गांवों में तिरंगा फहराया जाएगा. इन गावों में इससे पहले कभी ऐसा आयोजन नहीं हुआ था.

सुंदरराज ने बताया कि पिछले गणतंत्र दिवस के बाद इन स्थानों पर सुरक्षा शिविर स्थापित किए गए थे. नए शिविरों की स्थापना ने क्षेत्र को नई पहचान दी है.

इस बीच, राज्य सरकार ने स्वतंत्रता दिवस मनाने के लिए राजधानी रायपुर सहित सभी जिलों में तैयारियां पूरी कर ली है. अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय बृहस्पतिवार की सुबह रायपुर के पुलिस परेड मैदान में राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे.

उन्होंने बताया कि उपमुख्यमंत्री अरुण साव बिलासपुर में, विजय शर्मा जगदलपुर (बस्तर जिले का मुख्यालय) में तथा केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले में राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे. अधिकारियों ने बताया कि अन्य मंत्री और विधायक राज्य में विभिन्न स्थानों पर आयोजित होने वाले स्वतंत्रता दिवस समारोह में हिस्सा लेंगे.

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि स्वतंत्रता दिवस समारोह के मद्देनजर राज्य में विशेष रूप से माओवाद प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है.

वहीं, त्रिपुरा में पुलिस के एक शीर्ष अधिकारी ने बताया कि असम राइफल्स मैदान में व्यापक सुरक्षा व्यवस्था की गई है, जहां मुख्यमंत्री माणिक साहा राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे.

सहायक महानिरीक्षक (कानून एवं व्यवस्था) अनंत दास ने कहा कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए तैनात अतिरिक्त केंद्रीय बल स्वतंत्रता दिवस समारोह संपन्न होने तक राज्य में रहेंगे.

बांग्लादेश से लगी अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सुरक्षा और कड़ी कर दी गई है. किसी भी संभावित घुसपैठ को रोकने के लिए सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) को ‘हाई अलर्ट’ पर रखा गया है.

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