सुल्तानपुर में पिछले महीने 26 जुलाई को राहुल गांधी से मिलने के बाद चर्चा में आए रामचैत मोची सुल्तानपुर में बुधवार को जनता दर्शन कार्यक्रम में विभिन्न समस्याओं को लेकर जिलाधिकारी से मिले. जिलाधिकारी ने रामचैत मोची की समस्याओं के समाधान के लिए जनता दर्शन कार्यक्रम में बुधवार के दिन मिलने के लिए बुलाया था. उनके साथ कांग्रेस जिलाध्यक्ष अभिषेक सिंह राणा एवं दर्जनों कांग्रेसी थे. जिलाधिकारी कृतिका ज्योत्सना ने रामचैत मोची को 1 सप्ताह के अंदर उनकी समस्याओं के निस्तारण का आश्वासन दिया.
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, बीते 26 जुलाई को सुल्तानपुर में एमपी/एमएलए कोर्ट से वापसी के समय कूरेभार विकासखंड के विधायक नगर चौराहे पर रामचैत मोची से उनकी दुकान पर मिलने राहुल गांधी पहुंचे थे. इस दौरान राहुल गांधी ने रामचैत मोची से उसका कुशलक्षेम पूछा और जूते-चप्पल कैसे सिलते हैं, इसको लेकर जानकारी ली और एक चप्पल भी सिली. रामचैत आज भी राहुल गांधी द्वारा सिली गई चप्पल को सम्भाल कर अपने पास रखे हुए हैं.
चप्पल की कीमत 30 लाख
उन्होंने बताया कि आज लोग उस चप्पल को खरीदने के लिए 30 लाख रुपये देने को तैयार हैं, लेकिन मैं उसको बेचूंगा नहीं. प्रतिदिन सुबह उस चप्पल को दुकान पर लेकर आता हूं और शाम को लेकर जाता हूं. प्रतिदिन काफी संख्या में लोग आते हैं, राहुल गांधी की सिली चप्पल को देखने, खरीदने और फोटो खींचने. राहुल गांधी ने रामचैत मोची को जूते सिलने वाली मशीन भी भिजवाई थी.
हालांकि रामचैत ने अभी उस सिलाई मशीन को पैसे के अभाव में माल न होने के कारण चलाया नहीं, लेकिन रामचैत ने राहुल गांधी को अपने हाथों से दो जोड़ी जूते बनाकर भेजे हैं, जिस पर राहुल गांधी ने रामचैत को फोन कर धन्यवाद दिया.
जिलाधिकारी ने दिया आश्वासन
जिलाधिकारी कृतिका ज्योत्सना से मिलने के बाद रामचैत मोची ने मीडिया से बातचीत में बताया कि उनके पास न तो कोई आवास है और न ही सरकार की किसी योजना का लाभ मिल रहा है. यहां तक कि उनका राशन कार्ड भी निरस्त कर दिया गया है. आज वह अपनी इन्हीं सब समस्याओं के निदान के लिए अपने बेटे के साथ जिलाधिकारी से मिले. जिलाधिकारी ने एक हफ्ते में उनकी समस्याओं के निदान का आश्वासन दिया है.
वहीं साथ मे मौजूद कांग्रेस जिला अध्यक्ष अभिषेक सिंह राणा ने भी मीडिया से बातचीत में कहा कि हम लोग रामचैत जी के साथ आए हैं. यदि उनकी समस्याओं का एक हफ्ते में प्रशासन द्वारा समाधान न किया गया, तो हम लोग और आगे रामचैत जी की लड़ाई लड़ेंगे और इनकी हर संभव मदद करने का प्रयास करेंगे.
दअरसल बुधवार को रामचैत मोची अपने गांव से चलकर सबसे पहले शहर में लाल डिग्गी स्थित जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय पहुंचे और फिर वहां से जिलाध्यक्ष अभिषेक सिंह राणा और कांग्रेस के अन्य नेताओं के साथ जिलाधिकारी से मिलने कलेक्ट्रेट पहुंचे.जिला विकास अधिकारी अजय कुमार पाण्डेय ने बताया कि रामचेत जी आज जनता दर्शन में आए थे. उनके द्वारा विभिन्न योजनाओं का लाभ दिलाने की मांग की गई. परीक्षण करा रहे हैं कि उनको किन-किन योजनाओं का लाभ दिया जा चुका है. यदि वह किसी योजना से लाभान्वित नहीं हुए हैं तो अतिशीघ्र कार्यवाही की जाएगी.