इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने शनिवार को कहा कि भारत और चीन जैसे देश यूक्रेन में संघर्ष को सुलझाने में भूमिका निभा सकते हैं. मेलोनी की यह टिप्पणी शनिवार को उत्तरी इटली के सेर्नोबियो शहर में एम्ब्रोसेटी फोरम में की गई, जहां उन्होंने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की के साथ भी बैठक की. यह टिप्पणी रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा क्षेत्र में चल रहे संकट को सुलझाने में भारत के प्रयासों पर बयान के 48 घंटे से भी कम समय बाद आई.
मेलोनी ने कहा, “यह स्पष्ट है कि यदि अंतरराष्ट्रीय कानून के नियमों को तोड़ा जाता है, तो इससे अराजकता और संकट को बढ़ावा मिलेगा. यही बात मैंने अपने चीनी समकक्षों से भी कही. मुझे लगता है कि चीन और भारत जैसे राष्ट्र यूक्रेन में संघर्ष को हल करने में भूमिका निभा सकते हैं और उन्हें भूमिका निभानी चाहिए.”
गुरुवार को व्लादिवोस्तोक में 9वें पूर्वी आर्थिक मंच को संबोधित करते हुए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भी इस मुद्दे को सुलझाने में भारत की भूमिका का उल्लेख किया था.
पुतिन ने कहा था कि “हम अपने मित्रों और भागीदारों का सम्मान करते हैं, जो मुझे लगता है कि संघर्ष (यूक्रेन के साथ) से जुड़े सभी मुद्दों के समाधान करने में ईमानदारी से रुचि रखते हैं. मैं चीन, ब्राजील, भारत के नेताओं के संपर्क में हूं और मुझे इन देशों के नेताओं पर भरोसा है. वे समस्या के समाधान में भूमिका निभा सकते हैं.”
मेलोनी की टिप्पणी शनिवार को एम्ब्रोसेटी फोरम के दौरान जेलेंस्की के साथ उनकी बैठक के बाद आई. वहां दोनों नेताओं ने ताजा घटनाक्रम पर चर्चा की.
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