मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस कर्मियों को ‘ई-पेंशन’ से जोड़ने के निर्देश दिए हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि हर पुलिस कर्मी को समय पर पदोन्नति मिले, उनकी चरित्र पंजिका पर सही विवरण अंकित हो, उनकी योग्यता और प्रतिभा के अनुरूप पदस्थापना मिले और सेवानिवृत्ति के समय देयकों का भुगतान समय से हो, यह प्रत्येक दशा में सुनिश्चित किया जाना चाहिए. मुख्यमंत्री ने पुलिस कार्मिकों को आधुनिक उपकरण उपलब्ध कराने और बेहतरीन प्रशिक्षण के लिए व्यवस्थाओं को और बेहतर करने के भी निर्देश दिए हैं.
शुक्रवार को अपर पुलिस महानिदेशक स्तर के सभी अधिकारियों के साथ विशेष बैठक में मुख्यमंत्री ने एक- एक कर सभी एडीजी से उनकी वर्तमान पदस्थापना अवधि में किए गए कार्यों, अपनाए गए नवाचारों और उपलब्धियों के बारे में जानकारी ली.
बैठक में मुख्यमंत्री ने कई दिशा-निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि, पुलिस की सभी इकाइयों के बीच बेहतर संवाद और समन्वय होना चाहिए. लॉजिस्टिक इकाई हो, अभिसूचना इकाई हो अथवा, एसआईटी, क्राइम, पीआरवी 112 आदि, इकाइयां भले ही अलग-अलग हैं, लेकिन सभी का लक्ष्य एक ही है, प्रदेश में बेहतर कानून व्यवस्था बनाए रखना. इसलिए सभी के बीच बेहतर तालमेल होना आवश्यक है.
उन्होंने कहा कि, वरिष्ठ अधिकारी समय पर कार्यालय आएं. किसी भी कार्यालय में कोई फाइल तीन दिन से अधिक लंबित न हो. यदि किसी तरह की समस्या हो तो डीजीपी कार्यालय, गृह विभाग अथवा सीधे मुझसे समय लेकर मिल सकते हैं, लेकिन अनिर्णय की स्थिति न होनी चाहिए. फाइल लंबित नहीं रहनी चाहिए.
मुख्यमंत्री ने कहा कि, बहुत सारी इकाइयों में फील्ड विजिट बढ़ाए जाने की आवश्यकता है. एडीजी स्तर के अधिकारी के जिलों में जाने से अच्छा अधीनस्थ पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा. जिलों में जाएं अपनी इकाई से जुड़े कामकाज की समीक्षा करें, जहां सुधार की आवश्यकता हो, उस अनुरूप काम किया जाए.