बिहार में जहरीली शराब पीने की वजह से 28 लोगों की मौत की सूचना आ रही है. मिल रही जानकारी के अनुसार ये मौतें सिवान और छपरा में हुई हैं. पुलिस के अनुसार सिवान में जहरीली शराब पीने से 20 लोगों की जबकि छपरा में 8 लोगों की मौत सामने आई है. जहरीली शराब पीने की वजह से कई लोगों की हालत काफी गंभीर है. जिनका पास के अस्पताल में ही इलाज चल रहा है. इस पूरी घटना पर NDTV के रिपोर्टर अविनाश नजर बनाए हुए हैं. कहा जा रहा है कि जहरीली शराब की वजह से मौत का आंकड़ा अभी और बढ़ सकता है.
बढ़ सकता है मौत का आंकड़ा
जहरीली शराब पीने की वजह से मरने वालों का आंकड़ा अभी और बढ़ने की आशंका है. कहा जा रहा है कि जहरीली शराब पीने की वजह से जिन लोगों को अस्पताल में इलाज चल रहा है उनकी हालत बेहद खराब है.जहरीली शराब से मौत की खबर के बीच राज्य सरकार के मंत्री रत्नेश सादा का अजीबोगरीब बयान सामने आया है. इतनी मौत के बाद भी मंत्री यह नहीं मान रहे हैं कि यह प्रशासनिक विफलता का मामला है. उन्होंने कहा कि यह कोई प्रशासनिक विफलता नहीं है.सवाल ये है कि इतने लोगों की मौत के बाद क्या ये प्रशासनिक विफलता नहीं है?
हालांकि,मंत्री ने एक बड़ी घोषणा की है कि इस पूरे मामले में अब सभी शराब माफियाओं पर सीसीए लगाया जाएगा.इसको लेकर कैबिनेट में प्रस्ताव लाया जाएगा और सीसीए का प्रस्ताव को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बातचीत की जाएगी और प्रशासनिक तैयारी के बाद शराब माफिया पर सीसीए जाने का निर्णय ले लिया गया है.
पिछले साल भी सीतामढ़ी में हुई थी 6 लोगों की मौत
बिहार में जहरीली शराब से मौत का यह कोई पहला मामला नहीं है. पिछले ही साल सीतामढ़ी में जहरीली शराब पीने से 6 लोगों की मौत हो गई थी. मृतकों के परिवारों का कहना था कि जिन लोगों की उस घटना में मौत हुई थी उन सभी एक साथ बैठकर शराब पी थी. जहरीली शराब पीने के बाद इन लोगों की तबीयत बिगड़ गई थी.इसके बाद इन्हें इलाज के लिए पास के अस्पताल लेकर जाया गया था. जहां इलाज के दौरान एक-एक कर सभी की मौत हो गई थी.