रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव महाकुम्भ 2025 के लिए रेलवे की तैयारियों का जायजा लेने वाराणसी से रेल मार्ग से प्रयागराज पहुंचे. उन्होंने रविवार को यहां कहा कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए रेलवे 3,000 विशेष और 10,000 नियमित ट्रेनों सहित करीब 13,000 ट्रेनें चलाएगा और करीब डेढ़ से दो करोड़ यात्रियों को ट्रेन यात्रा की सुविधा प्रदान की जाएगी.
पूर्वोत्तर रेलवे, उत्तर रेलवे और उत्तर मध्य रेलवे के अंतर्गत प्रयागराज में स्थित विभिन्न स्टेशनों का निरीक्षण करने के बाद रेल मंत्री ने पत्रकारों को बताया, “मैंने गंगा नदी पर बने नए पुल का भी निरीक्षण किया जिसका उद्घाटन बहुत जल्द प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करेंगे. यहां गंगा नदी पर 100 साल के बाद नया पुल बना है.”
उन्होंने कहा, “आज मैंने व्यक्तिगत रूप से पांच स्टेशनों का निरीक्षण किया. इन स्टेशनों पर होल्डिंग एरिया बहुत अच्छे बने हैं जहां श्रद्धालु ट्रेन आने तक अच्छी तरह से बैठ सकेंगे. होल्डिंग एरिया और टिकटों में कलर कोडिंग का उपयोग किया गया है ताकि श्रद्धालु सही प्लेटफार्म पर पहुंच सकें और सही ट्रेन पकड़ सकें.”
अश्विनी वैष्णव ने कहा, “पहली बार मोबाइल यूटीएस का उपयोग यहां किया जा रहा है जिसमें एक मोबाइल उपकरण धारक व्यक्ति यात्रियों को टिकट उपलब्ध कराएगा. इससे पूर्व, पुरी में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा के दौरान इसका उपयोग किया गया था.”
रेल मंत्री ने कहा, “महाकुम्भ के लिए प्रयागराज-वाराणसी मार्ग पर रेल का दोहरीकरण किया गया है. फाफामऊ-जंघई खंड का दोहरीकरण किया गया है. झूंसी, फाफामऊ, प्रयागराज, सूबेदारगंज, नैनी और छिवकी स्टेशन पर दूसरा प्रवेश द्वार बनाया गया है.”
उन्होंने कहा कि हर स्टेशन पर एक कंट्रोल रूम बनाया गया है और इन सारे कंट्रोल रूम का मास्टर कंट्रोल रूम प्रयागराज स्टेशन पर बनाया गया है जहां सभी स्टेशन के लाइव फीड मिलेंगे. इनके अलावा, महाकुम्भ नगर और राज्य पुलिस से भी सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से फीड यहां प्राप्त होगी.
रेल मंत्री ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर के (प्राण प्रतिष्ठा) कार्यक्रम और पुरी की जगन्नाथ यात्रा से मिले अनुभव का उपयोग करके यहां काम किया गया है. एक विशेष बात यह है कि करीब करीब हर स्टेशन पर फुटओवर ब्रिज पर एकल दिशा में यात्रियों के जाने की व्यवस्था की गई है.
उन्होंने बताया कि मेले के दौरान ट्रेनें इस तरह से लगाई जाएंगी कि यात्रियों को फुटओवर ब्रिज का इस्तेमाल कम से कम करना पड़े. रेल मंत्री ने कहा कि प्रयागराज के विभिन्न स्टेशनों पर 23 से ज्यादा होल्डिंग एरिया बनाए गए हैं और 48 नए प्लेटफॉर्म बनाए गए हैं. इसी तरह 21 फुटओवर ब्रिज (एफओबी) बनाए गए हैं और 554 टिकटिंग व्यवस्थाएं की गई हैं.
अश्विनी वैष्णव ने बताया कि रेलवे ने 5,000 करोड़ रुपये से ज्यादा महाकुम्भ के लिए पिछले दो वर्ष में तैयारियों पर खर्च किए हैं. रेल मंत्री के साथ चेयरमैन, रेलवे बोर्ड सतीश कुमार और रेलवे के सभी वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे.