महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा ये अब तय हो गया है. नए सीएम के नाम का किसी भी वक्त ऐलान हो सकता है. बताया जा रहा है कि महायुति गठबंधन की बैठक में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे को मना लिया है और अब एकनाथ शिंदे ने सीएम पद को लेकर अपनी दावेदारी छोड़ दी है. इन सब के बीच सूत्रों के हवाले से अब ये खबर आ रही है कि महाराष्ट्र में सीएम पद की दावेदारी छोड़ने के लिए केंद्र सरकार ने एकनाथ शिंदे की पार्टी को केंद्र में तीन अहम मंत्रालय देने का मन बना लिया है. एकनाथ शिंदे को जो तीन मंत्रालय देने की तैयारी चल रही है उनमें शहरी विकास मंत्रालय, लोक निर्माण मंत्रालय और जल संसाधन मंत्रालय शामिल हैं.
एकनाथ शिंदे ने कहा शीर्ष नेतृत्व के फैसले का करेंगे समर्थन
एकनाथ शिंदे ने बुधवार को ऐलान किया था कि उनके उत्तराधिकारी के नाम पर केंद्र द्वारा जो भी फैसला लिया जाएगा उन्हें वो स्वीकार होगा. शिंदे ने साफ किया है कि वह बीजेपी के नेतृत्व के हर फैसले का समर्थन करेंगे और इस प्रक्रिया में किसी तरह की अड़चन नहीं आएगी. इसके साथ ही महाराष्ट्र में नए मुख्यमंत्री के नाम पर फैसला कर पाना आसान हो गया है. माना जा रहा है कि पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने इसमें अहम भूमिका निभाई है.
‘जो भी फैसला होगा मैं उसका पालन करूंगा’ – शिंदे
एकनाथ शिंदे ने कहा, “मैंने कल पीएम मोदी और अमित शाह को फोन किया था और उनसे मुख्यमंत्री पद पर फैसला करने को कहा था. मैंने उन्हें आश्वासन दिया है कि वो जो भी फैसला लेंगे, मैं उसका पालन करूंगा.” उन्होंने कहा, “हमारी शिवसेना महाराष्ट्र के अगले मुख्यमंत्री को नामित करने के भाजपा के फैसले का पूरा समर्थन करेगी. हमारी तरफ से कोई अडंगा नहीं है.”
‘मुझे पद का लालच नहीं’
इससे साफ हो गया है कि देवेंद्र फडणवीस को महाराष्ट्र का सीएम बनाए जाने से एकनाथ शिंदे को किसी तरह की आपत्ति नहीं है. उन्होंने कहा कि वह कार्यकर्ता थे और आगे भी रहेंगे. इसके साथ ही उन्होंने साफ कर दिया है कि उनको पद का लालच नहीं है. वो भी NDA का हिस्सा हैं. वो जो भी फैसला लिया जाएगा उसका समर्थन करेंगे फिर चाहे सीएम बीजेपी से बनाया जाए तो भी उन्हें यह फैसला मंजूर होगा.