महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों (Maharashtra Assembly Elections 2024) में अब कुछ ही वक्त बचा है. ऐसे में राजनीतिक दलों ने अपनी तैयारियों को तेज कर दिया है. महाराष्ट्र के कांग्रेस नेताओं की सोमवार को दिल्ली में राहुल गांधी (Rahul Gandhi) से मुलाकात होनी है. यह मीटिंग सुबह 10 बजे एआईसीसी में होगी. महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस उम्मीदवारों की सूची पर दिल्ली में ही मुहर लगेगी. ऐसे में इस बैठक को काफी अहम माना जा रहा है.
राहुल गांधी के साथ होने वाली इस मीटिंग में महाराष्ट्र के प्रभारी रमेश चेन्निथला और प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले मौजूद रहेंगे. साथ ही बालासाहेब थोराट और विजय वडेट्टीवार भी मीटिंग में होंगे.
सूत्रों के मुताबिक, इस बैठक का आयोजन आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर किया जा रहा है. विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस उम्मीदवारों की सूची पर दिल्ली से ही मुहर लगेगी.
सूत्रों ने मिली जानकारी के मुताबिक, शरद पवार गुट और उद्धव ठाकरे गुट के उम्मीदवारों की सूची की घोषणा राज्य से ही की जाएगी. अब तक महाविकास अघाड़ी की 205 सीटों पर मुहर लग चुकी है. 75 सीटों को लेकर अगले दो से तीन दिनों में फैसला हो जाएगा.
महाविकास अघाड़ी का महाराष्ट्र सरकार पर हमला
महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ महायुति सरकार पर रविवार को विपक्षी महा विकास अघाड़ी (एमवीए) नेताओं ने तीखा हमला बोलते हुए कहा कि महाराष्ट्र संकट में है. इन नेताओं ने एक सभा में यह भी कहा कि राज्य में होने वाले विधानसभा चुनावों में “सरकार को सत्ता से हटाने का समय आ गया है”.
एमवीए के सहयोगी, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अध्यक्ष शरद पवार और शिवसेना (यूबीटी) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे, विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार (विधानसभा) और अंबादास दानवे (विधान परिषद) ने एकजुट होकर एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार पर निशाना साधा है.
राज्य में कानून-व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त : शरद पवार
मुंबई में शनिवार को बांद्रा में सड़क किनारे गोलीबारी में राज्य की महायुति सरकार में सहयोगी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता बाबा जियाउद्दीन सिद्दीकी की हत्या कर दी गई थी.
शरद पवार ने कहा, “राज्य में कानून-व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो गई है. महाराष्ट्र संकट में है. अब समय आ गया है कि राज्य की जनता महायुति सरकार से सत्ता छीन ले.”
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि उन्होंने शनिवार शाम को दशहरा रैली में भी राज्य के मौजूदा राजनीतिक हालात के बारे में विस्तार से बताया था, “लेकिन हम कितनी बातें करें.”