अदाणी समूह के प्रमुख गौतम अदाणी ने एक अपने एक्स अकाउंट (पहले ट्वीटर) पर एक वीडियो शेयर किया है.यह वीडियो अदाणी समूह के विज्ञापन अभियान ‘पहले पंखा, फिर बिजली’ का है. इस वीडियो को शेयर करते हुए गौतम अदाणी ने लिखा है,”बदलाव की बयार यहां है.” उन्होंने लिखा है, “हमारे कामों में हमारी ओर से किए गए वादे निहित हैं. ये वादे केवल बुनियादी ढांचा विकास के बारे में नहीं हैं बल्कि उम्मीद, विकास और एक उज्जवल कल के बारे में हैं.” अदाणी ग्रीन एनर्जी देश में 8.4 गीगावॉट नवीकरणीण ऊर्जा का उत्पादन करता है. इसका लक्ष्य 2030 तक 45 गीगावॉट बिजली उत्पादन का है.
अदाणी समूह का प्रचार अभियान
एक मिनट 30 सेकेंड का यह वीडियो एक बाप-बेटे की बातचीत है. इसमें बेटा अपने पिता से पूछता है कि बिजली कब आएगी और पंखा कब चलेगा. इसके जवाब में बच्चे के पिता कहते हैं कि पहले पंखा आएगा, फिर बिजली आएगी.इस वीडियो में दूरदराज के एक गांव को दिखाया गया है, जिसमें बिजली नहीं है. लेकिन अदाणी समूह की पहल पर गांव को बिजली देने के लिए पवन चक्की लगाई गई है. यह वीडियो इस संदेश के साथ खत्म होता है, ” हम पर्यावरण से केवल बिजली नहीं बनाते हैं, बल्कि हम जिंदगियों को रोशन कर खुशियां फैलाते हैं.”
In our actions sit the promises we make. Promises that are not just about infrastructure but of hope, progress and a brighter tomorrow. The winds of change are here.
Hum Karke Dikhate Hain!#HKKDH #PehlePankhaPhirBijli pic.twitter.com/IqM1DZ3US5
— Gautam Adani (@gautam_adani) December 19, 2024
क्या करता है अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड
अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एजीईएल) स्वच्छ ऊर्जा निर्माण के क्षेत्र में भारत का सबसे बड़ा और दुनिया का अग्रणी संस्थान है. एजीईएल ग्रिड-कनेक्टेड सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा और हाइब्रिड नवीकरणीय ऊर्जा संयंत्रों के विकास, स्वामित्व और संचालन में शामिल है.एजीईएल के पास 8.4 गीगावॉट नवीकरणीय ऊर्जा का पोर्टफोलियो है. भारत में एजीईएल का कारोबार 12 राज्यों में फैला हुआ है. इसने अब तक चार करोड़ 10 लाख टन कार्बन डाई ऑक्साइड के उत्सर्जन को संतुलित किया है. एजीईएल का लक्ष्य 2030 तक 45 गीगावॉट नवीकरणीय ऊर्जा को उत्पादन करने का है.इस समय एजीईएल की 54 परियोजनाओं में नवीकरणीय ऊर्जा का उत्पादन हो रहा है. वहीं 12 परियोजनाओं पर अभी काम चल रहा है.
भारत में नवीकरणीय ऊर्जा
ऊर्जा के वो स्रोत जो प्राकृतिक प्रक्रियाओं से पैदा होते हैं और जिनका लगातार नवीनीकरण होता रहता है, उन्हें नवीकरणीय ऊर्जा कहते हैं. इन्हें अक्षय ऊर्जा भी कहते हैं. सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा, जल विद्युत और बायोमास ऊर्जा इसके प्रमुख उदाहरण है.
भारत में इस समय 200 गीगावॉट से अधिक नवीकरणीय ऊर्जा का उत्पादन हो रहा है. भारत का लक्ष्य 2030 तक गैर-जीवाश्म स्रोतों से 500 गीगावॉट बिजली बनाने का है. केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण के मुताबिक कुल नवीकरणीय ऊर्जा पर आधारित बिजली उत्पादन क्षमता अब 203.18 गीगावॉट है.
भारत की यह उपलब्धि स्वच्छ ऊर्जा के प्रति भारत की बढ़ती प्रतिबद्धता और हरित भविष्य के निर्माण में इसकी प्रगति को दर्शाती है.भारत की कुल नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता में केवल एक साल में ही 24.2 गीगावॉट या 13.5 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. यह अक्टूबर 2024 में 203.18 गीगावॉट तक पहुंच गई, जो अक्टूबर 2023 में 178.98 गीगावॉट थी.
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