“वो भी पछता रहा होगा मेरा साथ छोड़कर” : हरियाणा में कांग्रेस ही हार पर राघव चड्ढा का शायराना तंज

हरियाणा विधानसभा चुनाव परिणाम (Haryana Assembly Election Results) में भाजपा को शानदार जीत मिली है और पार्टी लगातार तीसरी बार राज्‍य की सत्ता पर काबिज होने जा रही है. हालांकि यह चुनाव कांग्रेस (Congress) के लिए निराशाजनक रहा, जिसे इस चुनाव में हार झेलनी पड़ी है. आम आदमी पार्टी (आप) के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा (Raghav Chadha) ने चुनाव में कांग्रेस को मिली हार पर शायराना अंदाज में तंज कसा है. 

आप सांसद राघव चड्ढा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “हमारी आरज़ू की फिक्र करते तो कुछ और बात होती, हमारी हसरत का ख्याल रखते तो एक अलग शाम होती, आज वो भी पछता रहा होगा मेरा साथ छोड़कर, अगर साथ-साथ चलते तो कुछ और बात होती.”

हमारी आरज़ू की फिक्र करते तो कुछ और बात होती,
हमारी हसरत का ख्याल रखते तो एक अलग शाम होती

आज वो भी पछता रहा होगा मेरा साथ छोड़कर,
अगर साथ-साथ चलते तो कुछ और बात होती

— Raghav Chadha (@raghav_chadha) October 8, 2024

उन्होंने इशारों में इशारों में यह कहने की कोशिश की है कि अगर हरियाणा में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने गठबंधन कर चुनाव लड़ा होता, तो आज हम जीत का परचम लहरा चुके होते, मगर अफसोस ऐसा नहीं हो सका.

हरियाणा में जुदा थी कांग्रेस-AAP की राहें 

बता दें कि हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच गठबंधन होने की चर्चा जोरों पर थी. इस संबंध में कई बैठकें भी हुईं, लेकिन वह सार्थक नहीं हो सकी. इसके बाद दोनों पार्टियों ने अपनी राहें जुदा करते हुए अकेले ही चुनाव लड़ने का फैसला किया.

इसका नतीजा यह हुआ कि न ही कांग्रेस हरियाणा चुनाव में कुछ खास कर सकी और आम आदमी पार्टी की दुर्गति का अंदाजा महज इसी से लगाया जा सकता है कि यह पार्टी राज्य में अपना खाता भी नहीं खोल सकी. 

70 से ज्‍यादा सीटों पर जीत होती : गुप्‍ता 

इससे पहले, आम आदमी पार्टी के हरियाणा इकाई के प्रदेश अध्यक्ष सुशील कुमार गुप्ता ने भी आईएएनएस से बातचीत में कहा, “अगर दोनों ही पार्टियों ने गठबंधन कर चुनाव लड़ा होता, तो आज हम 70 से ज्यादा सीटों पर जीत का परचम लहरा चुके होते.”

उन्होंने कहा, “जब राष्ट्रीय स्तर पर हमने (आम आदमी पार्टी) कांग्रेस के साथ गठबंधन किया था, तो भारतीय जनता पार्टी को बैसाखियों पर ला दिया था. इसी तरह मुझे पूरा विश्वास है कि अगर हमने हरियाणा विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस के साथ गठबंधन किया होता, तो हम निश्चित तौर पर 70 से ज्यादा सीटों पर जीत दर्ज करने में सफल रहते.”

वहीं, बात अगर हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजे की करें, तो भारतीय जनता पार्टी के खाते में 48 सीटें आई हैं, जबकि कांग्रेस को 37 सीटों पर जीत मिली है. हालांकि, शुरुआती रुझानों में कांग्रेस को बढ़त मिलती दिख रही थी, जबकि भाजपा पिछड़ती हुई, लेकिन इसके बाद स्थिति कुछ इस तरह बदली कि भाजपा कांग्रेस को पछाड़कर जीत की हैट्रिक लगाने में सफल हुई.

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