महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजी नगर (औरंगाबाद) संभाग के परभणी जिले में दो दिनों से भारी तनाव व्याप्त है. परभणी में बाबा साहब आंबोडकर की प्रतिमा के सामने बनी संविधान की प्रतिकृति (Replica) एक सिरफिरे ने तोड़ दी. इसको लेकर मंगलवार को शुरू हुआ विरोध प्रदर्शनों का सिलसिला बुधवार को भी जारी रहा. भीड़ के हिंसक प्रदर्शन को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा. इस घटना और इसको लेकर लोंगों के उग्र विरोध के बारे में यहां जानिए-
आखिर परभणी में पिछले 24 घंटे में हुआ क्या
परभणी का सामाजिक समीकरण क्या है
परभणी महाराष्ट्र के मराठवाड़ा इलाके में पड़ता है. महाराष्ट्र के संवेदनशील जिलों में इसकी गिनती होती है, यह हिंदू-मुस्लिम सेंसटिव इलाका है. शिवसेना का मजबूत गढ़ है. संजय जाधव यहां से लोकसभा के सांसद हैं.महाराष्ट्र बनने से पहले परभणी हैदराबाद प्रेजिडेंसी का हिस्सा था.
पुलिस ने हिंसा पर क्या बताया
कार्यवाहक पुलिस अधीक्षक यशवंत काले ने बताया कि बुधवार दोपहर करीब एक बजे एक दुकान के बाहर पाइपों में आग लगा दी गई. भीड़ के हिंसक होने पर पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और उन्हें तितर-बितर कर दिया. प्रदर्शनकारी पुलिस से मंगलवार की तोड़फोड़ की घटना के सूत्रधारों का पता लगाने की मांग कर रहे हैं. स्थानीय पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जिले के वासमत इलाके में भी बंद का असर देखा गया. अधिकारी ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने संविधान की प्रतिकृति को नुकसान पहुंचाने के लिए जिम्मेदार व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की, साथ ही उन्होंने सभी राष्ट्रीय नेताओं की मूर्तियों की सुरक्षा करने की भी मांग की. उन्होंने बताया कि फिलहाल इलाके में स्थिति शांत है.
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