सुनिए कहिए, कहिए सुनिए
कहते सुनते क्या बातों ही बातों में प्यार हो जाएगा…
फिल्म ‘बातों ही बातों’ के गाने की यह लाइनें हैं. कल शाम महायुति के तीन यार जब साथ बैठे थे, यह लाइनें कुछ यूं ताजा हो रही थीं. फडणवीस, शिंदे औऱ अजित पवार (Ajit pawar) में ठहाके खूब लग रहे थे. इन ठहाकों में कुछ प्यार था. कुछ इकरार था. तो कुछ खलिश की हल्की झलक भी थी. शिंदे ने डेप्युटी सीएम के तौर पर शपथ के सवाल को कुछ ऐसा घुमाया कि बगल में बैठे अजित पवार ने ‘इनका तो पता नहीं’ की चुटकी ले ली. शिंदे भी कहां चूकने वाले थे. उन्होंने भी सुना डाला, दादा को तो सुबह-शाम शपथ लेने का तजुर्बा है. क्या यह बस हंसी मजाक है? कल तक सीएम की जिस कुर्सी पर शिंदे बैठे थे, आज शाम तक बहुत संभव है, उसकी पास वाली कुर्सी पर वे बैठेंगे. फडणवीस सेंटर स्टेज पर रहेंगे.सब वक्त का खेला है.
शिंदे के तंज पर जोर-जोर से लगे ठहाके
प्रेस कॉन्फ्रेंस में रिपोर्टर ने सवाल किया कि क्या अजित पवार और एकनाथ शिंदे भी गुरुवार को डिप्टी CM पद की शपथ लेंगे. इसपर शिंदे ने कहा, “अरे अभी तो फडणवीस ने बताया. मैंने बताया कि शाम तक रुको तब बताता हूं.”
शिंदे बोल ही रहे थे कि अजित पवार ने बीच में कहा, “शिंदे का शाम तक पता चलेगा, मैं तो लेने वाला हूं…” इसपर शिंदे ने चुटकी लेते कहा, “दादा (अजित) को अनुभव है, शाम को भी लेने का (शपथ) और सुबह भी लेने का.” इसपर वहां जोर-जोर से ठहाके लगने लगे.
शिंदे की चुटकी पर पवार ने क्या कहा?
एकनाथ शिंदे की चुटकी पर पवार ने कहा कि “तब तो थोड़े समय के लिए (उपमुख्यमंत्री) था. इस बार पांच साल तक रहूंगा.” दरअसल, चुनाव परिणामों के बाद शिवसेना के भाजपा के साथ गठबंधन तोड़ने के बाद नवंबर 2019 में अजित पवार ने फडणवीस के अधीन एकदम सुबह के समय उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. लेकिन फडणवीस-पवार सरकार केवल तीन दिन ही चली क्योंकि पवार राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के पर्याप्त विधायकों का समर्थन पाने में विफल रहे. उस समय राकांपा के अध्यक्ष शरद पवार थे. हालांकि, अजित इसके बाद उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना-कांग्रेस-राकांपा सरकार में उपमुख्यमंत्री बने.
शिंदे की बगावत के कारण ठाकरे सरकार गिरने के बाद, अजित पवार एक बार फिर सबको चौंकाते हुए शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार में उपमुख्यमंत्री बने. साल 2014 से पहले कांग्रेस-राकांपा गठबंधन की 15 साल तक चली सरकार के दौरान अजित पवार दो बार उपमुख्यमंत्री रहे थे। हालांकि मुख्यमंत्री का पद हमेशा उनसे दूर रहा है.
देवेंद्र फडणवीस गुरुवार शाम लेंगे शपथ
गौरतलब है कि बुधवार को महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री को लेकर सस्पेंस आखिरकार खत्म हो गया. देवेंद्र फडणवीस के नाम का ऐलान हो गया. शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे और NCP नेता अजित पवार ने फडणवीस का समर्थन किया. फिर तीनों राजभवन पहुंचे और राज्यपाल के सामने सरकार बनाने का दावा पेश किया. गुरुवार (5 दिसंबर) को शाम 5:30 बजे मुंबई के आजाद मैदान में शपथ ग्रहण समारोह है.
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