हरियाणा में BJP की HIT-ट्रिक, NC-कांग्रेस के नाम हुई ‘जन्नत’, कश्मीर में AAP की भी एंट्री

जम्मू-कश्मीर और हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 के नतीजे सामने हैं. जम्मू-कश्मीर में 10 साल बाद हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस-नेशनल कॉन्फ्रेंस (Congress-NC) ने बहुमत हासिल कर लिया है. इस गठबंधन ने 49 सीटें जीती हैं. BJP को 29 सीटें मिली हैं. बहुमत का आकंड़ा 46 है. वहीं, हरियाणा में BJP ने हैट्रिक लगाई है. यहां 57 साल का रिकॉर्ड तोड़ते हुए BJP लगातार तीसरी बार सरकार बनाने जा रही है. BJP ने 48 सीटें जीत ली है. कांग्रेस के हाथ में 37 सीटें आई हैं. यहां भी बहुमत का आंकड़ा 46 है. 

आइए समझते हैं कैसा रहा जम्मू-कश्मीर और हरियाणा के चुनाव नतीजे? जम्मू-कश्मीर में BJP की हार के क्या-क्या है वजह? हरियाणा में कैसे जीतते-जीतते हार गई कांग्रेस:-

1.कैसे रहे जम्मू-कश्मीर के नतीजे?
जम्मू-कश्मीर में पूरे 10 साल बाद विधानसभा के चुनाव हुए. यहां आखिरी बार 2014 में विधानसभा के चुनाव हुए थे. आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद यह पहला विधानसभा चुनाव था. BJP को चुनाव में जीत की उम्मीद थी, लेकिन नतीजे वैसे नहीं आए. यहां नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस गठबंधन सरकार बनाने जा रही है. चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस ने 90 में से 42 सीटें जीती है. जबकि उसकी सहयोगी कांग्रेस को 7 सीटें मिली हैं. जम्मू-कश्मीर में पहली बार BJP ने 25 से ज्यादा सीटें जीती है. 2014 में हुए चुनाव के मुकाबले BJP को इस बार 4 सीटों का फायदा हुआ है. BJP ने 29 सीटों पर परचम लहराया है. पूर्व CM महबूबा मुफ्ती की PDP मात्र 3 सीट जीत पाई. महबूबा की बेटी ने श्रीगुफवारा के बिजबेहरा सीट से पहली बार चुनाव लड़ा था. हालांकि, उन्हें 9 हजार वोटों से हार मिली है.

2. उमर अब्दुल्ला ने बडगाम और गांदरबल से हासिल की जीत
नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता और पूर्व CM उमर अब्दुल्ला ने इस बार दो सीटों से चुनाव लड़ा था. उन्हें दोनों सीटों से जीत हासिल हुई है. उमर अब्दुल्ला ने बडगाम सीट से 36010 वोटों से जीत हासिल कर ली है. उन्होंने PDP के सैयद मुंतजिर मेहंदी को 18485 वोटों के मार्जिन से हरा दिया है. मेहंदी को मात्र 17525 वोट मिले हैं. उमर अब्दुल्ला इसके साथ ही गांदरबल सीट भी जीत गए हैं. यहां उन्हें 32727 वोट मिले हैं. उन्होंने इस सीट से PDP कैंडिडेट बशीर अहमद मीर को 10574 वोटों के मार्जिन से हरा दिया है.

हरियाणा में आखिर BJP के हाथ कैसे लगी ‘जीत की जलेबी’, जरा रेसिपी समझिए

3. बाकी हॉट सीट के कैसे रहे नतीजे? 
जम्मू-कश्मीर की एक और हॉट सीट श्रीगुफवारा-बिजबेहरा में महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती मैदान में थीं. यह उनका पहला चुनाव था. लेकिन उन्हें नेशनल कॉन्फ्रेंस के बशीर अहमद शाह ने हरा दिया. शाह को 33299 वोट मिले. जबकि इल्तिजा मुफ्ती को 23529 वोट मिले. नौशेरा सीट पर BJP के रविंदर रैना को नेशनल कॉन्फ्रेंस के सुरिंदर कुमार चौधरी ने हरा दिया. सोपोर सीट पर 3 उम्मीदवार मैदान में थे. यहां नेशनल कॉन्फ्रेंस के इरशाद रसूल कार ने दोनों निर्दलीय उम्मीदवारों को हरा दिया. कुपवाड़ा में PDP के मीर मोहम्मद फैयाज ने जीत हासिल की. हंदवाड़ा में पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के सज्जाद लोन 29812 वोटों से जीते.

4. BJP का कैसा रहा परफॉर्मेंस?
जम्मू रीजन की 43 सीटों में BJP को 29 सीटें मिली. कश्मीर रीजन में पार्टी का खाता तक नहीं खुला. कश्मीर रीजन में 47 सीटें आती हैं. 47 सीटों पर BJP ने 20 कैंडिडेट उतारे थे. जबकि नेशनल कॉन्फ्रेंस की 42 सीटों में से करीब 35 से ज्यादा सीटें कश्मीर रीजन से मिली हैं. कांग्रेस ने भी कश्मीर संभाग से 6 सीटें जीतीं. 2014 में दोनों पार्टियों ने 27 सीटें जीती थीं. नेशनल कॉन्फ्रेंस ने इस चुनाव में 51 और कांग्रेस ने 32 सीटों पर चुनाव लड़ा था.

5. जम्मू-कश्मीर में खुला AAP का खाता
जम्मू-कश्मीर में आम आदमी पार्टी ने पहली बार जीत दर्ज की है. डोडा सीट से AAP उम्मीदवार मेहराज मलिक ने चुनाव जीत लिया है. उन्होंने BJP के गजय सिंह राणा को 4500 से ज्यादा वोटों से हराया. वहीं, पीपुल्स कॉन्फ्रेंस को भी एक सीट मिली है. इस चुनाव में 7 निर्दलीयों ने जीत हासिल की. संसद पर हमले के आरोपी अफजल गुरु के भाई ऐजाज गुरु को चुनाव में बुरी तरह से शिकस्त मिली है. हाल ये कि इस सीट गुरु सिर्फ नोटा से आगे हैं.

BJP के लिए कैसे ‘नायाब’ बने नायब सिंह सैनी, समझिए आखिर दोबारा क्यों मिल रही CM कुर्सी

6. सबसे कम और सबसे ज्यादा वोटों का अंतर?
त्राल में PDP रफीक अहमद नाइक को जीत मिली है. उन्हें कुल 10710 वोट मिले. नाइक ने कांग्रेस के सुरिंदर सिंह को हराया. सुरिंदर सिंह को 10250 वोट मिले. दोनों के बीच में 460 वोटों का मार्जिन था. वहीं, नगरोटा सीट पर जीत के लिए वोटों का सबसे ज्यादा अंतर रहा. इस सीट पर BJP के देवेंदर सिंह राणा ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के जोगिंदर सिंह को हराया. राणा को 48113 वोट मिले. जबकि सिंह को 17641 वोट मिले थे. दोनों के बीच 30472 वोटों का मार्जिन था.

7. कैसे रहे हरियाणा चुनाव के नतीजे?
हरियाणा में BJP ने हैट्रिक लगाई. राज्य की कुल 90 विधानसभा सीटों में से भारतीय  जनता पार्टी ने 48 सीटें जीती और बहुमत के आंकड़े 46 को पार कर लिया. BJP को पिछले चुनाव की तुलना में इस बार 8 सीटों का फायदा हुआ है. हरियाणा चुनाव में कांग्रेस ने 37 सीटें जीती हैं. JJP खाता भी नहीं खोल पाई. पिछले चुनाव में JJP ने 10 सीटें जीती थी. 2 सीटें INLD-BSP गठबंधन ने जीती. अन्य के खाते में 3 सीटें गईं.

8. हरियाणा में BJP ने कैसे पलटी बाज़ी?
हरियाणा में शुरुआत से कांग्रेस ने बढ़त बनाए रखी थी. कुछ देर तक राज्य में कांग्रेस एक तरफा जीत हासिल करती दिख रही थी. एक समय तो पार्टी 65 सीटों तक पहुंच गई थी. लेकिन सुबह 9:30 बजे बाजी पलटनी शुरू हुई. 10 बजे तक BJP और कांग्रेस 43-43 सीटों पर आ गईं. करीब 11 बजे से BJP के नंबर 47 से 51 के बीच हो गए. बाद में BJP का फाइनल स्कोर 48 सीट रहा.

हरियाणा में चुपचाप कर दिया चमत्कार, जानें कौन हैं बीजेपी के ये चार चाणक्य

9. हॉट सीटों का हाल?
लाडवा सीट पर सीएम नायब सिंह सैनी ने भारी मतों से जीत हासिल की. उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी मेवा सिंह को 16054 वोटों से हराया. गढ़ी-सांपला सीट से कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने 71465 वोटों जीत हासिल की. INLD महासचिव अभय सिंह चौटाला ने ऐलनाबाद सीट से 15 हजार वोट से हार गए. इस सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी भरत सिंह बेनीवाल ने जीत दर्ज की है. कांग्रेस कैंडिडेट विनेश फोगाट ने 6015 वोटों से जुलाना सीट जीत ली. उन्होंने BJP के उम्मीदवार कैप्टन योगेश बैरागी को हराया. हिसार सीट से देश की सबसे अमीर महिला प्रत्याशी सावित्री जिंदल ने 18941 वोटों से जीत दर्ज की. तोशाम सीट से बंसीलाल के पोते और कांग्रेस उम्मीदवार अनिरुद्ध चौधरी अपनी बहन और BJP उम्मीदवार श्रुति चौधरी से हार गए. 

10. सिरसा और उचाना कलां का हाल?
उचाना कलां सीट से BJP के प्रत्याशी देवेंद्र अत्री ने सिर्फ 39 वोट से जीत दर्ज की है. देवेंद्र ने पूर्व उप मुख्यमंत्री और JJP नेता दुष्यंत चौटाला और चौधरी बीरेंद्र सिंह के बेटे और कांग्रेस प्रत्याशी बृजेंद्र सिंह को हराया. अंबाला कैंट सीट से BJP नेता अनिल विज ने 7277 वोटों से जीत दर्ज की है. सिरसा सीट से हलोपा प्रत्याशी और पूर्व मंत्री गोपाल कांडा चुनाव हार गए हैं. उन्हें कांग्रेस के गोकुल सेतिया ने 7234 वोटों से हराया. पंचकूला सीट से पूर्व उपमुख्यमंत्री और कांग्रेस उम्मीदवार चंद्रमोहन बिश्नोई चुनाव जीते, उन्होंने BJP उम्मीदवार ज्ञानचंद गुप्ता को 1997 वोटों से हराया.

हरियाणा में क्यों सही नहीं निकले एग्जिट पोल के नतीजे? CSDS-Lokniti के प्रमुख संजय कुमार ने समझाया

11. कांग्रेस ने हरियाणा के नतीजों को क्यों नहीं किया स्वीकार?
कांग्रेस ने हरियाणा के नतीजों को चौंकाने वाला बताया है. कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा, ‘हरियाणा के नतीजे चौंकाने वाले हैं. हम ये नतीजे स्वीकार नहीं कर सकते. यहां लोकतंत्र की हार हुई है और BJP के तंत्र की जीत हुई है. हम चुनाव आयोग से शिकायत करेंगे। सभी शिकायतों को इकठ्ठा करके आयोग के सामने रखेंगे.”

12. जम्मू-कश्मीर में कब हुई थी वोटिंग
जम्मू-कश्मीर में 3 फेज में 18 सितंबर, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को वोटिंग हुई थी. 63.88% वोटिंग हुई थी. 10 साल पहले 2014 में हुए चुनाव में 65% वोटिंग हुई थी. इस बार 1.12% कम वोटिंग हुई. 5 अक्टूबर को आए एग्जिट पोल में 5 सर्वे ने NC-कांग्रेस सरकार का अनुमान जताया था, जबकि 5 ने हंग असेंबली का दावा किया था. लेकिन यहां नेशनल कॉन्फ्रेंस-कांग्रेस गठबंधन ने बहुमत हासिल कर लिया.

13. हरियाणा में कब हुई थी वोटिंग?
हरियाणा की सभी 90 सीटों पर एक ही फेज में 5 अक्टूबर को वोटिंग हुई थी. यहां कांग्रेस-BJP, AAP ने अलग-अलग चुनाव लड़ा था. INLD ने बहुजन समाज पार्टी के साथ गठबंधन किया था. जबकि JJP ने आजाद समाज पार्टी के साथ हाथ मिलाया था. इस बार 67.90% वोटिंग हुई थी. पिछले चुनाव में 68.20% वोटिंग हुई थी. एग्जिट पोल में 5 सर्वे ने कांग्रेस को बंपर बहुमत मिलता दिखाया था. लेकिन यहां BJP ने सारे एग्जिट पोल के अनुमान धराशायी कर दिए. 

14. जम्मू-कश्मीर और हरियाणा में कौन होगा मुख्यमंत्री?
जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस गठबंधन ने बहुमत हासिल कर लिया है. नेशनल कॉन्फ्रेंस ने कहा कि उमर अब्दुल्ला नए सीएम होंगे. वहीं, हरियाणा में BJP ने नायब सिंह सैनी को नया मुख्यमंत्री बनाने का ऐलान किया है. कांग्रेस और INDIA अलांयस की दूसरी पार्टियों ने इसका समर्थन किया है.

15. दोनों राज्यों में कब होगा नई सरकार का गठन?
जम्मू-कश्मीर में 11 से 12 अक्टूबर को शपथ ग्रहण हो सकता है. BJP ने भी अपने पत्ते नहीं खोले हैं. जबकि, हरियाणा में ऐसी चर्चा है कि पार्टी 12 अक्टूबर को विजया दशमी के मौके पर नई सरकार का गठन करेगी.

हरियाणा में चुपचाप कर दिया चमत्कार, जानें कौन हैं बीजेपी के ये चार चाणक्य

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top