Baba Siddiqui Murder Case: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा है कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) नेता बाबा सिद्दीकी (Baba Siddique) की हत्या मामले की सुनवाई फास्ट-ट्रैक कोर्ट में होगी. मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की कि एनकाउंटर स्पेशलिस्ट दया नायक घटना की जांच करेंगे.उन्होंने कहा, “मुंबई पुलिस को कानून-व्यवस्था बनाए रखने का निर्देश दिया गया है और उन्हें यह देखना चाहिए कि कोई भी कानून-व्यवस्था अपने हाथ में न ले. गैंगवार दोबारा नहीं होनी चाहिए. ऐसी घटनाओं में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए.”
सुप्रिया सुले ने क्या कहा?
इस बीच, एनसीपी-एसपी सांसद सुप्रिया सुले ने एक बयान में कहा, “चौंकाने वाली खबर! बाबा सिद्दीकी नहीं रहे. कथित तौर पर उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई. यह बिल्कुल अस्वीकार्य है. सत्तारूढ़ सरकार गठबंधन का एक सदस्य असुरक्षित है और अपने ही बेटे के कार्यालय में मारा गया है. वह भी मुंबई में, यह महाराष्ट्र में कानून व्यवस्था की स्थिति के बारे में बहुत कुछ बताता है!” एनसीपी-एसपी विधायक रोहित पवार ने कहा, “वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की गोलीबारी में मौत की खबर बहुत चौंकाने वाली है. मैं सिद्दीकी परिवार पर आए दुख को साझा करता हूं. भावपूर्ण श्रद्धांजलि!”
कैसे हुई हत्या?
एनसीपी नेता और पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी पर गोलीबारी शनिवार रात बांद्रा के खेतवाड़ी जंक्शन पर अंधेरे के बीच हुई. वहां स्ट्रीट लाइटें बंद थीं और इलाके में कोई सीसीटीवी कैमरे नहीं थे. पुलिस की ओर से दी गई शुरुआती जानकारी के मुताबिक उन पर दो पिस्तौल से कुल छह राउंड गोलियां चलाई गईं. तीन गोलियां बाबा सिद्दीकी के सीने में लगीं, जबकि एक गोली उनके साथ कार में बैठे शख्स के पैर में लगी. बाबा सिद्दीकी की कार बुलेट प्रूफ होने के बावजूद गोली शीशे में जा लगी. इसलिए पुलिस सूत्रों का कहना है कि हमलावरों के पास अत्याधुनिक पिस्तौलें जरूर होंगी.
ऐसे पकड़े गए
सूत्रों का कहना है कि बाबा सिद्दीकी को नजदीक से गोली मारी गई. तीनों हमलावरों ने अपना चेहरा रूमाल से ढका हुआ था. हत्या के बाद वे भाग रहे थे, तभी भीड़ ने उनमें से दो को पकड़ लिया और पुलिस को सौंप दिया. पुलिस ने मौके से एक पिस्तौल और गोली का खोखा बरामद किया है. मौके पर मिली पिस्तौल 13 राउंड की 9.9 मिमी डिटेचेबल मैगजीन की थी. पुलिस सूत्रों ने बताया कि यह पिस्तौल अत्याधुनिक और आधुनिक बताई जा रही है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, हमला उस वक्त हुआ जब बाबा सिद्दीकी अपने बेटे जीशान के ऑफिस से निकल रहे थे.चूंकि शनिवार को विजयादशमी थी, देवी के जुलूस इस क्षेत्र से गुजर रहे थे. इसलिए इस क्षेत्र में संगीत वाद्ययंत्रों और पटाखों की आवाज़ थी. यह पता चला है कि हमलावरों ने इसका फायदा उठाया और बाबा सिद्दीकी पर गोली चला दी.घटना के बाद बाबा सिद्दीकी के समर्थक लीलावती अस्पताल के बाहर जमा हो गए.
सूत्रों ने आगे बताया कि बाबा सिद्दीकी को एक पखवाड़े पहले जान से मारने की धमकी मिली थी. इसके बाद पुलिस की ओर से उन्हें वाई-सिक्योरिटी दी गई थी. बाबा सिद्दीकी के साथ एक पुलिस कांस्टेबल तैनात किया गया था.
फडणवीस ने क्या कहा?
बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद उत्तर पश्चिम मुंबई के खेतवाड़ी जंक्शन इलाके में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है. महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने रविवार को कहा कि पुलिस को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता और पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या के सिलसिले में कुछ सुराग हाथ लगे हैं. राज्य के गृह विभाग का प्रभार संभाल रहे फडणवीस ने गोंदिया जिले में संवाददाताओं से कहा, “हत्या की विभिन्न कोणों से जांच की जा रही है लेकिन पुलिस इस बारे में बाद में जानकारी देगी.”
संजय राउत ने क्या कहा?
एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की शनिवार रात गोली मारकर हत्या कर दी गई। उनकी मौत पर शिवसेना यूबीटी नेता संजय राउत ने दुख जताया है. साथ ही उन्होंने राज्य में हो रही हिंसक घटनाओं पर राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए गृहमंत्री और मुख्यमंत्री से कानून व्यवस्था में विफल रहने पर इस्तीफे की मांग की है. उन्होंने कहा, “आज का गैंगवार सरकार में चल रहा है, जिसके परिणामस्वरूप राज्य में हत्याएं हो रही हैं. इससे पहले महाराष्ट्र ने गृह मंत्रालय की इतनी बड़ी निष्क्रियता और बदनामी को कभी नहीं देखा. महाराष्ट्र में कड़ी कानून-व्यवस्था की एक मजबूत परंपरा रही है, इसी कारण मुंबई जैसे शहरों में बड़े उद्योग आए हैं. शनिवार को बाबा सिद्दीकी की हत्या ने यह साबित कर दिया है कि सुरक्षा व्यवस्था कितनी कमजोर है. उन्हें सुरक्षा मिली हुई थी, फिर भी हत्या हो गई. इसका मतलब साफ है कि यह गृह मंत्रालय और मुख्यमंत्री की विफलता है.” उन्होंने आगे कहा कि जब पुलिस का इस्तेमाल स्वार्थ और संग्रह के लिए किया जाता है, तो कानून और पुलिस का डर खत्म हो जाता है. बाबा सिद्दीकी का बेटा विधायक है. हमारे नेताओं के साथ सदन में बैठता है. बाबा सिद्दीकी अब इस दुनिया में नहीं है. इसकी जिम्मेदारी गृह मंत्रालय की है.
संजय दत्त से लेकर ये पहुंचे
बाबा सिद्दीकी ने कभी एक दूसरे के कट्टर विरोधी रहे सुपरस्टार सलमान खान और शाहरुख खान के बीच सुलह कायम करायी थी, जो 2013 के सबसे वायरल क्षणों में से एक था. वह सिनेमा के दिग्गज सुनील दत्त के शिष्य, यहां तक कि उनके दूसरे बेटे के रूप में माने जाते थे. उनकी इफ्तार पार्टी में बड़ी-बड़ी फिल्मी हस्तियां पहुंचती थीं, जिनमें खान (सलमान खान,शाहरूख खान), फिल्मकार कबीर खान, सेलिब्रिटी डिजाइनर मनीष मल्होत्रा और अभिनेत्री उर्मिला मातोंडकर, कैटरीना कैफ, हुमा कुरैशी, सोनू सूद, सुशांत सिंह राजपूत, अंकिता लोखंडे, कियारा आडवाणी, आर माधवन और अदिति राव हैदरी आदि शामिल होते थे. सुनील दत्त की बेटी और कांग्रेस नेता प्रिया दत्त ने कहा है कि वह सिद्दीकी की हत्या से ‘स्तब्ध’ हैं. उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘ बाबा (सिद्दीकी) मात्र एक राजनीतिक सहयोगी नहीं थे, बल्कि वह परिवार के सदस्य थे. मेरे पिता के लिए बाबा सिद्दीकी एक बेटे की तरह थे और मेरे लिए वह एक भाई एवं एक प्यारे दोस्त थे.”
सुनील दत्त से ये था रिश्ता
दिवंगत कांग्रेस सांसद सुनील दत्त ही बाबा सिद्दीकी को राजनीति में लेकर आये थे. सुनील दत्त ने लगातार पांच बार मुंबई उत्तरी सीट का प्रतिनिधित्व किया था. बाबा सिद्दीकी 1977 में किशोरवय अवस्था में कांग्रेस में शामिल हुए थे. वह फरवरी में अजित पवार की अगुवाई वाली राकांपा का हिस्सा बन गये, तब भी उन्होंने अपने राजनीतिक करियर में सुनील दत्त की भूमिका स्वीकार की थी.प्रिया दत्त ने कहा कि बाबा सिद्दीकी अपने राजनीतिक करियर के दौरान उनके पिता के साथ खड़े रहे.बाबा सिद्दीकी की मौत के समाचार मिलने के बाद सुनील दत्त के बेटे संजय दत्त (Sanjay Dutt) लीलावती अस्पताल में जाने वाले पहली ऐसी बॉलीवुड हस्ती हैं. इसी अस्पताल में बाबा सिद्दीकी को शनिवार रात मृत घोषित किया गया था.सलमान, शिल्पा शेट्टी और उनके कारोबारी पति राज कुंद्रा ने भी अस्पताल जाकर बाबा सिद्दीकी के परिवार से मुलाकात की. Baba Siddique Murder LIVE Updates: