राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के नेता दत्तात्रेय होसबोले ने शनिवार को कहा कि बांग्लादेश के हिंदू समुदाय को ‘‘वहां रहना चाहिए और पलायन नहीं करना चाहिए.” होसबोले ने संयुक्त राष्ट्र से उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपील की.
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय ने एक प्रारंभिक रिपोर्ट में कहा है कि 16 जुलाई से 11 अगस्त के बीच बांग्लादेश में लगभग 650 लोग मारे गए.
मथुरा में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की दो दिवसीय राष्ट्रीय बैठक के समापन के दिन पत्रकारों से बात करते हुए संगठन के ‘सरकार्यवाह’ ने कहा, “भारत सरकार ने कहा है कि वह (बांग्लादेश में) हिंदुओं सहित सभी अल्पसंख्यकों की रक्षा करेगी. संघ ने यह बयान जारी किया है कि वहां का हिंदू समुदाय वहीं रहेगा. बांग्लादेश के हिंदू समुदाय को भागना नहीं चाहिए, उन्हें वहीं रहना चाहिए.”
होसबोले ने कहा, “यह उनकी मातृभूमि है. भारत ने इसमें (बांग्लादेश की 1971 में पाकिस्तान से आजादी) महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. हम कहते हैं कि वहां एक ‘शक्तिपीठ’ है. उस हिस्से ने हमारी आजादी के इतिहास में बहुत योगदान दिया है. इसलिए हम चाहते हैं कि हिंदू समुदाय वहां से पलायन न करे. इसके लिए उनकी रक्षा की जानी चाहिए.”
उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र और अन्य संगठनों को उनकी सुरक्षा की व्यवस्था करनी होगी ताकि लोकतंत्र में सभी को सम्मान के साथ जीने का मौका मिल सके.
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय (यूएनएचसीआर) ने हालही में एक रिपोर्ट में कहा था कि 16 जुलाई से 11 अगस्त के बीच बांग्लादेश में अशांति के दौरान हिंसक घटनाओं में लगभग 650 लोग मारे गए हैं .