भारत की गाड़ी आगे चल पड़ी है, अब देश न रुकने वाला है, न थमने वाला : हितेष जैन

भाजपा नेता हितेष जैन ने पिछले एक दशक में मोदी सरकार के आर्थिक तथा नीतिगत सुधारों की तारीफ करते हुए शनिवार को कहा कि देश के आर्थिक विकास ने रफ्तार पकड़ ली है और अब पीछे मुड़कर देखने का सवाल ही नहीं है, चाहे जो भी हो “भारत की गाड़ी” रुकेगी नहीं.

जैन ने दिन में देश की अर्थव्यवस्था पर मोतीलाल ओसवाल की एक रिपोर्ट साझा की थी, जिसमें मोदी सरकार के कामकाज का विश्लेषण करते हुए आंकड़ों के हवाले से उसकी तारीफ की गई थी.

आईएएनएस से विशेष बातचीत करते हुए अपने ट्वीट के बारे में उन्होंने कहा कि रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत में आज “स्मॉलकैप से लेकर मिडकैप और लार्जकैप तक का बाजार पूंजीकरण काफी बढ़ गया है. देश की अर्थव्यवस्था हाईवे पर सरपट भाग रही है, तेजी से विकास कर रही है, और अब पीछे मुड़कर देखने का सवाल ही नहीं है.”

देश में चुनिंदा कंपनियों के विकास के कांग्रेस नेता राहुल गांधी के तर्क को खारिज करते हुए उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने संभवतः वह आर्टिकल नहीं लिखा होगा, किसी और ने उनके नाम से लिखा होगा. वहीं, “मोतीलाल ओसवाल कोई राजनीतिक संगठन नहीं है, यह वित्तीय सेवा शाखा है, एक सूचीबद्ध कंपनी है और उन्होंने अपना एक निष्पक्ष विश्लेषण दिया है… जब आप तथ्यों और आंकड़ों पर आधारित विश्लेषण देखेंगे तो आपको पता चलेगा कि राहुल गांधी के आर्टिकल में जो तर्क दिए गए हैं वे राजनीतिक हैं, उनकी कोई बुनियाद नहीं है. अगर आप रिपोर्ट्स देखेंगे तो पता चलेगा कि किस तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पिछले 10 साल में जो अर्थव्यवस्था में सुधार हुए हैं, उनके फायदे देश को, देश के आम लोगों को मिल रहे हैं.”

भाजपा नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री ने देश को शीर्ष तीन अर्थव्यवस्थाओं में शुमार करने का जो लक्ष्य रखा था, हम उस लक्ष्य की तरफ बढ़ रहे हैं. यह डाटा बताता है कि भारत का विकास कोई एकाधिकारवादी विकास नहीं है, एक या दो कंपनी की प्रगति नहीं है, इसमें हजारों छोटी, बड़ी, मझौली कंपनियों का योगदान है. हर सेक्टर में भारत प्रगति कर रहा है. भारत के लिए मौका और निवेश का अवसर है. मोतीलाल ओसवाल का मानना है कि पिछले 10 साल में जो ढांचागत सुधार हुए हैं. जैसे जीएसटी, बैंकरप्सी कोड, आर्थिक विकास, चालू खाते का घाटा – इन वित्तीय मानकों को देखेंगे तो पता चलता है कि आर्थिक स्थिति में स्थिरता है. और जब ऐसा वातावरण बनता है तो हर विदेशी निवेशक भारत में निवेश करना चाहता है.

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर ऑल इंडिया उलेमा बोर्ड के विपक्षी गठबंधन महा विकास अघाड़ी के समक्ष दिए गए प्रस्ताव को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए हितेष जैन ने कहा कि मुसलमानों को सोचना चाहिए कि 75 साल में वह अपनी मांगे लेकर जिनके पास जाते हैं उन्होंने उन्हें किन परिस्थितियों में रखा है. सिर्फ वोट बैंक की तरह उनका इस्तेमाल किया जाता है और अंततः उन्हें भी सोचना पड़ेगा कि उनके हित में क्या है. उनके हित में भारत के विकास में शामिल होना है या इसी तरह और पीछे से पीछे जाना है.

उन्होंने कहा, “मेरा मानना है कि भारत की गाड़ी आगे चल पड़ी है, इसलिए चाहे कुछ भी हो, यह देश न रुकने वाला है, न थमने वाला. यह देश आगे चलने वाला है. भारत आज नया भारत है और यह देश आगे निकल, चल पड़ा है.”

भाजपा नेता ने कहा कि मोदी सरकार की नीतियों ने पिछले 10 साल में जो डिजिटल बुनियादी ढांचा तैयार किया है उसके कारण देश में स्टार्टअप को बढ़ावा मिला है. उन्होंने कहा, “स्टार्टअप का ग्रोथ हो रहा है, सबसे पहले आपने बुनियादी ढांचा तैयार किया, आपने डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया, आपने यूपीआई तैयार किया. उस हिसाब से आपके लॉजिस्टिक्स आ रहे हैं. आप स्विगी, जोमैटो, जिरोधा जैसी कंपनियों का आधार देखेंगे तो वह इस देश का डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर है, जो डिजिटल रिफॉर्म है. ये (विपक्ष) के लोग मजाक उड़ाते थे – स्टार्टअप इंडिया, स्टैंडअप इंडिया. पर आज वहीं स्टार्टअप इंडिया, स्टैंडअप इंडिया और डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर ने एक विकास का रास्ता इन स्टार्टअप्स को दिखाया है.”

मोतीलाल ओसवाल की रिपोर्ट का हवाला देते हुए उन्होंने बताया कि स्टार्टअप्स की संख्या में भी काफी बढ़ोतरी हो रही है, और आने वाले समय में काफी युवा अपने-अपने स्टार्टअप खोलेंगे, अपने-अपने व्यवसाय शुरू करेंगे. यह बहुत अच्छी बात है कि हर युवा एक सपना देख सकता है, अपना व्यापार खड़ा कर सकता है. आज उसे “किसी माई-बाप की जरूरत नहीं है. उसे चाहिए अच्छी नीतियां, अच्छी स्थिर अर्थव्यवस्था और उस विश्वास के आधार पर वह अपना व्यवसाय कर सकता है”.

साल 2047 तक विकसित भारत के बारे में उन्होंने कहा कि सुधार भारत के लिए है किसी एक नागरिक के लिए या किसी एक कंपनी के लिए नहीं. इसका असर यह होगा कि देश की प्रगति के साथ हर नागरिक की प्रगति होगी. जब हम विकसित भारत की बात करते हैं तो इसमें हर भारतीय नागरिक का विकास होगा और साथ में देश भी विकसित भारत का लक्ष्य हासिल करेगा.

महाविकास अघाड़ी के उलेमा बोर्ड का प्रस्ताव स्वीकार करने के बारे में हितेष जैन ने कहा, “उनका एक ही उद्देश्य है, येन केन प्रकारेण सत्ता प्राप्त करना. उनका उद्देश्य देश का विकास नहीं है, उनका उद्देश्य देश के नागरिक को सुरक्षा, आर्थिक सुधार, युवाओं को व्यवसाय करने के लिए एक अच्छा बेहतरीन वातावरण देना नहीं है. ये सारे सकारात्मक एजेंडा उनके पास नहीं है, उनके पास एक ही नकारात्मक एजेंडा है कि सत्ता के लक्ष्य की प्राप्ति के लिए हमें यदि पीछे ले जाने वाली मांगें भी कोई देता है तो हम उसे स्वीकार करेंगे. हमें तो हमारी वोट से, राजनीति से मतलब है. हमें देश के सुधार में कोई रुचि नहीं है.”
 

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