सामान्य से अधिक गर्म महीनों की प्रवृत्ति के जारी रहने के साथ इस साल नवंबर महीना पिछले पांच वर्षों में सबसे गर्म रहा, जिसमें दिन और रात का तापमान सबसे अधिक रहा. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के आंकड़ों के अनुसार, 2019 के बाद सबसे देरी से तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे गया है. साल 2019 में एक दिसंबर को तापमान 10 डिग्री से नीचे गया था. नवंबर माह का औसत न्यूनतम तापमान 14.9 डिग्री सेल्सियस रहा, जो दीर्घावधि औसत (एलपीए) 13 डिग्री सेल्सियस से लगभग दो डिग्री सेल्सियस अधिक है. इसी प्रकार, औसत अधिकतम तापमान एलपीए से 1.1 डिग्री अधिक 29.5 डिग्री सेल्सियस रहा, जो 2019 के बाद से सबसे गर्म नवंबर है.
न्यूनतम तापमान में तेज गिरावट 25 नवंबर को शुरू हुई, जब यह 14 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया और ठंडी उत्तर-पश्चिमी हवाओं तथा रात में साफ आसमान के कारण इसमें लगातार गिरावट आई. मौसम विभाग के अनुसार 26 नवंबर को न्यूनतम तापमान 11.9 डिग्री सेल्सियस, 27 नवंबर को 10.4 डिग्री सेल्सियस तथा 28 नवंबर को 10.1 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया था, तथा शुक्रवार को इस मौसम में पहली बार तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला गया.
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी की वायु गुणवत्ता रविवार को लगातार सातवें दिन “बहुत खराब” श्रेणी में रही, और वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 346 दर्ज किया गया.
बर्फबारी के कारण तापमान में गिरावट आने का अनुमान
अगले सप्ताह की शुरुआत में उत्तरी पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फबारी के कारण तापमान में कुछ और गिरावट आने का अनुमान है. अक्टूबर भी सामान्य से अधिक गर्म रहा, क्योंकि दिल्ली में 1951 के बाद से इस वर्ष सबसे गर्म अक्टूबर महीना दर्ज किया गया, जिसमें दिन और रात दोनों का तापमान औसतन सामान्य से लगभग दो डिग्री सेल्सियस अधिक दर्ज किया गया. आंकड़ों के अनुसार, अक्टूबर में औसत मासिक अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमशः 35.1 डिग्री सेल्सियस और 21.2 डिग्री सेल्सियस था, जो 1951 में क्रमशः 36.2 डिग्री सेल्सियस और 22.3 डिग्री सेल्सियस के बाद सबसे अधिक था.