फिल्म इंडस्ट्री की दिग्गज अभिनेत्री जीनत अमान (Zeenat Aman) सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय रहती हैं और अक्सर नए पोस्ट के साथ प्रशंसकों से जुड़ती रहती हैं. अभिनेत्री ने खुलासा किया है कि ‘डॉन’ का ‘खइके पान बनारस वाला’ गाना उस फिल्म के लिए नहीं बना था. इंस्टाग्राम पर अक्सर पोस्ट साझा करने वाली अभिनेत्री ने ‘डॉन’ के सुपरहिट गाने ‘खइके पान बनारस वाला’ का वीडियो अपलोड कर कैप्शन में लिखा, “अगर आप इंडस्ट्री में काम करते हैं और आपको किस्मत का साथ मिला है, तो आपको स्थायी पहचान बनाने के लिए एक छोटी सी भूमिका का मौका मिल सकता है”.
उन्होंने आगे लिखा, “खइके पान बनारसवाला’ को ‘डॉन’ में शामिल नहीं किया जाना था. इस गाने को देव आनंद की फिल्म ‘बनारसी बाबू’ के लिए बनाया गया था, लेकिन इसे तुच्छ बताकर खारिज कर दिया गया था. इस बीच निर्देशक चंद्रा बरोट ने अमिताभ बच्चन स्टारर अपनी एक्शन-थ्रिलर ‘डॉन’ की शूटिंग पूरी कर ली थी. निर्देशक को यह एहसास हुआ कि एक्शन-थ्रिलर फिल्म में इंटरवल के बाद कुछ हल्के-फुल्के पलों की जरूरत है. इसलिए, फिल्म खत्म होने के काफी समय बाद कलाकार और क्रू एक नया वीडियो शूट करने के लिए महबूब स्टूडियो पहुंचे थे. चटकदार, व्यंग्य से भरे बोल, एक अनूठा बीट, किशोर कुमार की आवाज और बच्चन के जोशीले अभिनय के साथ ‘खइके पान बनारस वाला’ एक आश्चर्यजनक हिट बनकर उभरा”.
जीनत अमान ने बताया कि इस गाने को शूट करने में कई दिन लगे. मिस्टर बच्चन ने इस गाने के लिए न जाने कितने पान खाए. वह सेट पर एनर्जी लेकर आते थे. अभिनेत्री ने अपनी हाइट का जिक्र करते हुए कहा, “उस समय वे (अमिताभ बच्चन) उन दो मुख्य अभिनेताओं में से एक थे, जो मेरी 5 फीट 8 इंच की लंबाई से काफी लंबे थे और इसलिए इस शानदार गाने के लिए निर्देशक ने मुझे हाई हील्स की जूती पहनने के लिए कहा था”.
यादों को ताजा कर खुश नजर आईं जीनत ने कहा, “वाह! उस समय यह गाना पूरे देश में छा गया था. यह गाना हर जगह प्ले होता था और कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया था कि दर्शक सिर्फ इस एक गाने को देखने के लिए बार-बार थिएटर जाते थे”. बाद में खइके पान बनारस वाला गाना को शाहरुख खान और प्रियंका चोपड़ा पर 2006 में आई फरहान अख्तर की रीमेक में भी फिल्माया गया था और उनका गाना भी उतना ही आकर्षक और एनर्जी से भरा था, जितना कि हमारा था. इस मंगलवार की सुबह मैंने थोड़ी पुरानी यादें ताजा कीं. आप भी कर सकते हैं. खुल जाए बंद अकल का ताला”.