विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने बड़ा बयान दिया है. राहुल ने कहा है कि कांग्रेस का जम्मू-कश्मीर के साथ गहरा रिश्ता रहा है. कहा, खुद मेरा खून का रिश्ता है. वहां के लोगों के दिलों में जो दुख-दर्द है, उसे मिटा कर उन्हें उनका statehood और representation वापस दिलाना ही मेरा सबसे बड़ा लक्ष्य है.
श्रीनगर में कार्यकर्ताओं से बातचीत करते हुए राहुल गांधी ने कहा, “अगर आत्मविश्वास से, निडरता के साथ किसी ने जम्मू-कश्मीर में काम किया है तो वो कांग्रेस का कार्यकर्ता है. मैं जानता हूं कि आप लोगों को क्या सहना पड़ता है. गठबंधन होगा लेकिन कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं का सम्मान बरकरार रखते हुए होगा.
यह पहली बार नहीं है जब श्री गांधी ने जम्मू-कश्मीर के साथ खून के रिश्ते का दावा किया है; अक्टूबर 2012 में, कारगिल को कश्मीर घाटी से जोड़ने वाली एक सड़क सुरंग की आधारशिला रखने के समारोह में उन्होंने खुद को कश्मीरी बताया था. उन्होंने कहा था, “मैं एक कश्मीरी हूं. मैं जम्मू-कश्मीर के लोगों के साथ जीवन भर का रिश्ता रखना चाहता हूं.”
मोदी सरकार पर कटाक्ष करते हुए राहुल गांधी ने कहा, “हमें उम्मीद थी कि यह (राज्य का दर्जा बहाल करना, कई विपक्षी दलों और कार्यकर्ताओं की मांग) चुनाव से पहले किया जाएगा… लेकिन यह ठीक है. चुनाव हो चुके हैं.” घोषित कर दिया गया है… यह एक कदम आगे है.”
राहुल गांधी ने जम्मू-कश्मीर के लोगों से भी आग्रह किया कि मोहब्बत की दुकान खोलने के लिए 18, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को मतदान करें. उन्होंने कहा, “नफरत के बाजार में प्यार की दुकानें खोलें”; गौरतलब है कि 2014 के बाद जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव होंगे.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने जनता से अपील करते हुए कहा है कि देश बचाने के लिए, आपकी संस्कृति और आपके अधिकारों को बचाने के लिए मुझे आपके वोट की जरूरत है.
जम्मू-कश्मीर की 90 विधानसभा सीट पर तीन चरण… 18 सितंबर, 25 सितंबर और एक अक्टूबर को चुनाव कराए जाएंगे. चार जून को मतगणना होगी. साल 2019 में अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को समाप्त किए जाने के बाद जम्मू-कश्मीर में पहली बार विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं.