दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी (AAP) ने सोमवार को अपनी दूसरी लिस्ट जारी की. पार्टी ने दूसरी लिस्ट में 20 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया है. खास बात ये है कि आम आदमी पार्टी ने पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया की सीट बदल दी है. इस बार पार्टी ने उन्हें पटपड़गंज की जगह जंगपुरा से चुनावी मैदान में उतारा है. वहीं पटपड़गंज से आप ने अवध ओझा को टिकट दिया है, जिन्होंने हाल ही में आम आदमी पार्टी का दामन थामा था.
आंकड़ें क्या कहते हैं?
पतपड़गंज सीट पर पिछले 3 विधानसभा चुनाव से आम आदमी पार्टी के नेता मनीष सिसोदिया को चुनाव में जीत मिल रही थी. हालांकि पिछले विधानसभा चुनाव में हार जीत का अंतर कम था. मनीष सिसोदिया को 70163 वोट मिले थे वहीं बीजेपी के रविंदर सिंह नेगी को 66956 वोट मिले थे. मनीष सिसोदिया को 49.51 प्रतिशत वोट मिले थे. बीजेपी उम्मीदवार को 47.25 प्रतिशत वोट मिले थे. कांग्रेस के लक्ष्मण रावत को महज 1.98 प्रतिशत वोट ही मिले थे. मतगणना के दौरान कभी सिसोदिया तो कभी नेगी आगे दिखाई देते रहे. 10वें राउंड तक बीजेपी के प्रत्याशी पीछे चल रहे थे, लेकिन 11वें राउंड में उन्होंने काफी अंतर से बढ़त बना ली थी.
मनीष सिसोदिया को 2013 और 2015 में मिली थी जीत
मनीष सिसोदिया 2013 के विधानसभा चुनाव में 13 हजार मतों से चुनाव जीतने में सफल रहे थे. वहीं साल 2015 में सिसोदिया को 28 हजार मतों से जीत मिली थी. 2015 में उन्होंने विनोद कुमार बिन्नी को हराया था. वहीं साल 2013 में उनके सामने नकुल भारद्वाज थे.
बतौर विधायक बहुत अधिक सक्रिय नहीं थे सिसोदिया
मनीष सिसोदिया पिछले 5 साल के दौरान लंबे समय तक जेल में रहे. उससे पहले भी वो शराब घोटाले और डिप्टी सीएम होने के कारण बहुत अधिक समय अपने क्षेत्र के लोगों को नहीं दे पा रहे थे. ऐसे में आम आदमी पार्टी को एक आशंका थी कि कहीं उनके खिलाफ एंटी इनकंबेंसी का माहौल न बन जाए. सिसोदिया की जगह अवध ओझा को मैदान में उतारे जाने के पिछे इसे भी एक अहम कारण माना जा रहा है.
अवध ओझा के लिए सीट की थी तलाश
अवध ओझा पूरे तामझाम के साथ आम आदमी पार्टी में शामिल हुए हैं. अवध ओझा के पास देश भर में फॉलोवर हैं. ऐसे में पार्टी को उनके लिए सीट की तलाश थी. पतपड़गंज सीट पर यूपी और खासकर पूर्वांचल के वोटर्स की अच्छी संख्या है. जिसे देखते हुए पार्टी ने सिसोदिया की जगह अवध ओझा को इस सीट पर मैदान में उतारा.
जंगपुरा क्या सिसोदिया के लिए है सेफ?
भ्रष्टाचार के आरोप में जेल जाने के बाद मनीष सिसोदिया के लिए यह चुनाव लिटमस टेस्ट की तरह है. इस चुनाव में आम आदमी पार्टी उनकी सीट को लेकर कोई रिस्क नहीं ले सकती है. पार्टी ने जंगपुरा सीट उनके लिए तय किया है. जंगपुरा सीट पर आम आदमी पार्टी की अच्छी पकड़ रही है. यहां से विधायक प्रवीन कुमार को पार्टी ने जनकपुरी से उम्मीदवार बनाया है.
जंगपुरा क्या सिसोदिया के लिए है सेफ?
भ्रष्टाचार के आरोप में जेल जाने के बाद मनीष सिसोदिया के लिए यह चुनाव लिटमस टेस्ट की तरह है. इस चुनाव में आम आदमी पार्टी उनकी सीट को लेकर कोई रिस्क नहीं ले सकती है. पार्टी ने जंगपुरा सीट उनके लिए तय किया है. जंगपुरा सीट पर आम आदमी पार्टी की अच्छी पकड़ रही है. यहां से विधायक प्रवीन कुमार को पार्टी ने जनकपुरी से उम्मीदवार बनाया है.
सीट बदले जाने पर क्या बोले सिसोदिया?
पतपड़गंज की जगह जंगपुरा से टिकट मिलने पर मनीष सिसोदिया ने कहा कि अरविंद केजरीवाल जी और आम आदमी पार्टी का तहे दिल से आभार, जिन्होंने मुझ पर विश्वास जताते हुए जंगपुरा से चुनाव लड़ने की जिम्मेदारी दी.
मैं खुद को एक शिक्षक मानता हूं, राजनीतिज्ञ नहीं. पटपड़गंज मेरे लिए सिर्फ एक विधानसभा क्षेत्र नहीं, बल्कि दिल्ली में शिक्षा क्रांति का दिल था. जब अवध ओझा जी पार्टी से जुड़े और उन्हें चुनाव लड़ाने की मांग उठी, तो मैं यही सोच पाया कि एक शिक्षक के लिए पटपड़गंज से बेहतर सीट कोई हो ही नहीं सकती.
एक और शिक्षक को पटपड़गंज की जिम्मेदारी सौंपते हुए मुझे खुशी है. मैं अब जंगपुरा में सबके साथ मिलकर वही काम करने को तैयार हूं, जो पटपड़गंज में शिक्षा, सेवा और विकास के लिए किया. मेरे लिए राजनीति सत्ता का माध्यम नहीं, बल्कि शिक्षा, ईमानदारी और जनता की भलाई का जरिया है। पटपड़गंज से जंगपुरा तक, मेरा संकल्प अडिग है: दिल्ली को और बेहतर बनाना.आपका भरोसा मेरी ताकत है. जय हिंद!
यहां पढ़ें किस सीट से किसे मिला टिकट
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