अदाणी ग्रुप के शेयरों (Adani Group Stocks) के लिए अच्छी खबर आई है. ग्लोबल इंडेक्स प्रोवाइडर कंपनी MSCI Inc ने बड़ी राहत देते हुए अदाणी समूह और उसकी संबंधित कंपनियों के कवरेज पर लगी रोक हटा दी है. इससे पहले, MSCI ने अदाणी समूह की कंपनियों के शेयरों को लेकर कुछ चिंताएं जताई थीं और उनके कवरेज पर रोक लगा दी थी. लेकिन अब कंपनी ने कहा है कि उसने अदाणी समूह की ताजा स्थिति को देखते हुए यह फैसला किया है.
कंपनी ने कहा है कि अगस्त 2024 की इंडेक्स रिव्यू से वह इंडेक्स में बदलाव शुरू करेगी, जिसमें अदाणी समूह और उसकी संबंधित कंपनियों के शेयरों की संख्या, विदेशी और घरेलू हिस्सेदारी में बदलाव आदि शामिल हैं.
अदाणी ग्रुप द्वारा जुटाए गए और प्रस्तावित फंड पर होगा विचार
ग्लोबल इंडेक्स कंपनी MSCI ने कहा कि वह अदाणी एनर्जी लिमिटेड (Adani Energy Ltd) द्वारा हाल में जुटाए गए फंड और अदाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (Adani Enterprises Ltd) द्वारा प्रस्तावित फंड जुटाने की योजना पर विचार करेगी.
इस साल की शुरुआत में, MSCI ने अदाणी समूह की दो कंपनियों को अपने ग्लोबल स्टैडर्ड इंडेक्स से हटा दिया था. MSCI ने कहा कि वह आगे भी अदाणी समूह के शेयरों पर नजर रखेगी, जिसमें फ्री फ्लोट से जुड़ी सिक्योरिटीज भी शामिल हैं और जरूरत पड़ने पर आगे की जानकारी साझा करेगी.
30 अगस्त को मार्केट क्लोजिंग के बाद लागू होंगे बदलाव
वहीं, अदाणी समूह की कंपनियों के शेयरों में कितने विदेशी और घरेलू निवेश होंगे, इसका फैसला अगस्त 2024 की इंडेक्स रिव्यू में किया गया है. ये बदलाव 30 अगस्त को मार्केट क्लोजिंग के बाद लागू होंगे.
ग्लोबल इमर्जिंग मार्केट में भारत का वेटेज बढ़कर 19.8% हुआ
भारत का ग्लोबल इमर्जिंग मार्केट में वेटेज बढ़कर 19.8% हो गया है, जो पहले 18.8% था. वहीं, चीन का वेटेज घटकर 24.2% हो गया है, जो पहले 24.7% था.
MSCI इमर्जिंग मार्केट इंडेक्स में भारत की ये 7 कंपनियां शामिल
MSCI इमर्जिंग मार्केट इंडेक्स में भारत की सात कंपनियों को शामिल किया गया है, जबकि एक कंपनी को हटाया गया है. नई शामिल की गई कंपनियों में रेल विकास निगम लिमिटेड, ज़ाइडस लाइफ साइंसेज लिमिटेड, वोडाफोन आइडिया लिमिटेड, ऑयल इंडिया लिमिटेड, ओरेकल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड, डिक्सन टेक्नोलॉजीज इंडिया लिमिटेड और प्रेस्टीज एस्टेट्स प्रोजेक्ट लिमिटेड शामिल हैं.
इसके अलावा, MSCI ने HDFC बैंक को अपने ग्लोबल इंडेक्स में बरकरार रखा है, लेकिन इसके विदेशी हिस्सेदारी को बढ़ाकर 0.37 से 0.56 कर दिया गया है.