दिल्ली में विधानसभा चुनाव होने में अभी भले कुछ महीनों का वक्त बचा हो लेकिन राजधानी में राजनीति चरम पर है. छठ से पहले यमुना के प्रदूषित होने को लेकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने दिल्ली की सीएम आतिशी और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल पर बड़ा आरोप लगाया है. बीजेपी का आरोप है कि यमुना को साफ करने के लिए केंद्र ने दिल्ली सरकार को जो भी पैसे दिए थे उसका सही इस्तेमाल नहीं किया गया है. दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने यमुना में प्रदूषण को लेकर अपना विरोध जताने के लिए उसमें डुबकी भी लगाई.उन्होंने यमुना में डुबकी लगाने के बाद सीएम आतिशी और ‘आप’के संयोजक अरविंद केजरीवाल को भी यहां आकर डुबकी लगाने की चुनौती दी है.
छठ घाट को लेकर भी साधा निशाना
बीजेपी ने यमुना में मौजूद प्रदूषण के साथ-साथ दिल्ली में यमुना के घाट की दुर्दशा को लेकर भी दिल्ली सरकार पर निशाना साधा है. सचदेवा ने कहा कि सरकार छठ जैसे महापर्व को लेकर भी संजीदा नहीं दिख रही है. यही वजह है कि यमुना के किनारे छठ के जितने भी घाट हैं, उनकी स्थिति बेहद खराब है. सरकार को चाहिए कि वह यमुना के प्रदूषण को कम करने के लिए गंभीरता के साथ काम करे.
सीएम आतिशी और केजरीवाल के लिए घाट पर लगाया ‘सिंहासन’
BJP ने छठ घाट और यमुना नदी की बदतर होती स्थिति की तरफ ध्यान आकर्षित करने के लिए यमुना घाट पर रेड कारपेट बिछाकर सीएम आतिशी और अरविंद केजरीवाल के लिए दो कुर्सियां लगाई. बीजेपी अध्यक्ष सचदेवा ने कहा कि हम चाहते हैं कि सीएम आतिशी और केजरीवाल खुद यहां आकर देखें कि यमुना की क्या हालत है. मैं आपको याद दिला दूं कि केजरीवाल ने पहले वादा किया था कि वह यमुना को डुबकी लगाने लायक बना देंगे. लेकिन आज तक यमुना डुबकी लगाने लायक तो दूर इसके किनारों पर खड़े होने लायक तक नहीं बन पाई है.
पैसे का मांगा हिसाब
बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने इस मौके पर दिल्ली सरकार से यमुना को साफ करने के लिए केंद्र द्वारा दिए पैसे को लेकर हिसाब भी मांगा. उन्होंने कहा कि बीते आठ सालों में केंद्र सरकार ने दिल्ली सरकार को यमुना की सफाई के लिए कुल 8500 करोड़ रुपए दिए थे. सचदेवा का आरोप है कि अरविंद केजरीवाल केंद्र से मिले पैसे को हजम कर चुके हैं.
वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि मैं आपको 2021 का वह वीडियो याद दिलाना चाहता हूं जिसमें उस समय दिल्ली के सीएम रहे अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि वह 2025 तक यमुना को इतना साफ कर देंगे कि यहां लोग डुबकी लगा सकें. 2025 आने ही वाला है. ऐसे में यमुना की जो हालत है. वो आपसे छिपी नहीं है.