महाकुंभ नगर भारत ही नहीं, विश्व की आस्था का केंद्र बन गया है. यहां देश के विभिन्न राज्यों के साथ ही अमेरिका, रूस, जर्मनी, इटली, स्पेन और इक्वाडोर समेत तमाम देशों के लोग सनातन संस्कृति से अभिभूत नजर आ रहे हैं. सभी ने संगम में डुबकी लगाई और माथे पर तिलक लगाकर संगम की रेती पर निकल पड़े.
इस दौरान स्पेनिश, जर्मन, रशियन और फ्रेंच समेत कई विदेशी भाषाओं में ‘जय श्री राम’ और ‘हर-हर गंगे’ के जयकारों से संगम का वातावरण गूंज उठा. महाकुंभ का संगम घाट इस बार दुनिया के लिए बड़ा आकर्षण का केंद्र बन गया है. देश के साथ ही विदेशी श्रद्धालुओं ने भी इसे आध्यात्मिक अनुभव का केंद्र बताया है.
महाकुंभ में आईं एक रूसी भक्त ने कहा, “…’मेरा भारत महान’…भारत एक महान देश है. हम यहां पहली बार कुंभ मेले में आए हैं. यहां हम असली भारत देख सकते हैं. मैं भारत के लोगों की भावना देखकर अभिभूत हूं, मैं भारत से प्यार करती हूं.”
#WATCH | Prayagraj | A Russian devotee at #MahaKumbh2025, says, “…’Mera Bharat Mahaan’… India is a great country. We are here at Kumbh Mela for the first time. Here we can see the real India – the true power lies in the people of India. I am shaking because of the vibe of the… pic.twitter.com/vyXj4m4BRs
— ANI (@ANI) January 13, 2025
वहीं ब्राजील से आए एक श्रद्धालु ने त्रिवेणी संगम में पवित्र डुबकी लगाई. उन्होंने कहा कि वो ‘मोक्ष की खोज’ में यहां आए हैं.
‘Searching For Moksha’
Brazilian Devotee Takes Holy Dip in Triveni Sangam at #MahaKumbh2025 pic.twitter.com/ltbuWejnbB
— Ankit Mishra (@ankit_miishra) January 13, 2025
स्पेन से आए एक पर्यटक ने कहा, “मैं पहली बार कुंभ मेले में आया हूं. मुझे अच्छा लग रहा है, वाकई बहुत अच्छा. बहुत से लोग मेरी मदद करते हैं. यह बहुत अच्छा है.”
प्रयागराज, यूपी: #महाकुंभ2025 के पहले ‘शाही स्नान’ पर स्पेन से आए एक पर्यटक ने कहा, “मैं स्पेन से हूं, मैं पहली बार कुंभ मेले में आया हूं…मुझे अच्छा लग रहा है, वाकई बहुत अच्छा। बहुत से लोग मेरी मदद करते हैं और मैं लोगों से मदद मांग सकता हूं। यह बहुत अच्छा है।” pic.twitter.com/0Vwi3usZ0e
— IANS Hindi (@IANSKhabar) January 13, 2025
जर्मनी की रहने वाली क्रिस्टीना ने बताया कि यहां आकर आत्मा को शांति मिलती है. मैंने महाकुंभ के बारे में सुना जरूर था, लेकिन यहां आकर ऐसा लगा कि यह अनुभव अविस्मरणीय है. क्रिस्टीना का जन्म इक्वाडोर में हुआ था. बाद में उनके माता-पिता जर्मनी में बस गए. इक्वाडोर के निवासी उनके साथी भी भारत की आध्यात्मिकता से अभिभूत नजर आए. उनका कहना था कि गंगा में डुबकी लगाकर ऐसा महसूस हुआ, जैसे सभी पाप धुल गए हों.
VIDEO | Here’s what a foreign devotee from Spain Natalia aka Yamuna Devi said on taking a holy bath in Prayagraj during Maha Kumbh Mela 2025.
“As you know this is an auspicious occasion. Today, a lot of saints will bathe here in Maha Kumbh and today is also Paush Purnima. So,… pic.twitter.com/zQrWqetlbk
— Press Trust of India (@PTI_News) January 13, 2025
न्यूयॉर्क से आए फैशन डिजाइनर कॉबी हेल्परिन ने कहा कि भारत की संस्कृति और परंपराओं को इतने भव्य रूप में देखना मेरे लिए एक नया अनुभव है. महाकुंभ ने मुझे भारतीय संस्कृति को गहराई से समझने का अवसर दिया. यह आयोजन न केवल आध्यात्मिक बल्कि सांस्कृतिक रूप से भी प्रेरणादायक है. यहां आकर उन्हें गौरव का अहसास हो रहा है.
VIDEO | Here’s what Julie, a devotee from Spain said about coming to India for Maha Kumbh Mela 2025 in Prayagraj.
“It is very special for me to be with you all Indians here. I am feeling grateful for this opportunity to dive into the sacred river here at the sacred point. I am… pic.twitter.com/0zt2v6Iagf
— Press Trust of India (@PTI_News) January 13, 2025
रूस से आए मिखाइल और उनके दोस्तों ने संगम घाट पर गंगा स्नान कर ‘हर-हर गंगे’ के जयकारे लगाए. उन्होंने कहा, ”मैंने महाकुंभ के बारे में पढ़ा था, लेकिन यहां आकर इसकी विशालता और दिव्यता को महसूस करना मेरे जीवन का सबसे खूबसूरत अनुभव है. यह हम सभी के लिए कभी न भूलने वाला क्षण है.”
VIDEO | The 45-day Maha Kumbh 2025 commences at Sangam, the confluence of Ganga, Yamuna and the mystical Saraswati rivers in #Prayagraj. Here’s what a devotee who has come from Barcelona, Spain said.
“I had heard for a long time about this festival, and I always wanted to come… pic.twitter.com/H692LaPXeC
— Press Trust of India (@PTI_News) January 13, 2025
इटली से आए पाउलो ने अपने 12 सदस्यीय दल के साथ महाकुंभ में संगम स्नान कर पावन पुण्य कमाया. उन्होंने योगी सरकार की व्यवस्थाओं की सराहना करते हुए कहा कि दुनिया में इतना बड़ा सांस्कृतिक आयोजन कहीं और संभव नहीं है. यह भारत की महानता को दर्शाता है. उत्तर प्रदेश में यह आयोजन हो रहा है, इसके लिए यहां के शासक (सीएम योगी) भी बधाई के पात्र हैं.
इसी तरह, ऑस्ट्रेलिया से आए एलेक्स ने बताया कि जर्मनी में उनके दोस्तों ने उन्हें महाकुंभ के बारे में बताया था. भारत आकर उन्होंने इस अद्वितीय आयोजन का अनुभव किया और इसे अपने जीवन का सबसे यादगार पल बताया.
महाकुंभ इस बार न केवल भारतीय श्रद्धालुओं के लिए, बल्कि विदेशी पर्यटकों और भक्तों के लिए भी एक प्रमुख आकर्षण बन गया है. विभिन्न देशों से आए श्रद्धालु भारतीय संस्कृति, आध्यात्मिकता और गंगा के महत्व को समझने और अनुभव करने के लिए उमड़ पड़े। यह आयोजन न केवल भारतीय परंपराओं का प्रतीक है, बल्कि विश्व एकता और आध्यात्मिकता का संगम भी है. महाकुंभ एक ऐसा आयोजन है, जिसने पूरी दुनिया का ध्यान भारत की ओर खींचा है.